मुंबई: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को महानगर मुंबई को एक और सौगात दी। उन्होंने 21.8 किलोमीटर लंबे अटल सरू का उद्घाटन करके मुंबई और नवी मुंबई की दूरी को कम कर दिया। इससे दोनों शहरों के बीच सफ़र का समय भी कम हो जाएगा और लोगों को लंबे जाम से भी छुटकारा मिल जाएगा। इस पुल का करीब 16 किमी का हिस्सा समंदर पर बना है। वहीं जमीन पर लगभग 5.5 किमी हिस्सा है।
अटल सेतु पर यात्रा करने वालों को सिर्फ 250 रुपए का टोल देना पड़ेगा। देश की आर्थिक राजधानी में बना यह पुल देश का सबसे लंबा पुल है। अधिकारियों ने कहा है कि पुल से हर रोज करीब 70 हजार यात्री सफर करेंगे जिनके समय और ईंधन खर्च में बहुत अधिक कमी आएगी। इस पुल के निर्माण के लिए साल 2006 में टेंडर खोले गए थे, वहीं साल 2016 में प्रधानमंत्री मोदी ने इसका शिलान्यास किया था। इसके बाद इसका निर्माण अप्रैल 2018 में शुरू हो सका था।
यात्रा का समय होगा कम
अटल सेतु 6-लेन वाला है। यह भारत का सबसे लंबा पुल और देश का सबसे लंबा समुद्री पुल भी है। यह मुंबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे और नवी मुंबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे को तेज कनेक्टिविटी प्रदान करेगा और मुंबई से पुणे, गोवा और दक्षिण भारत की यात्रा में लगने वाले समय को भी कम करेगा। इसके साथ ही यह मुंबई बंदरगाह और जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह के बीच कनेक्टिविटी को भी बेहतर बनाएगा।
पुल पर दोपहिया, ऑटो और ट्रैक्टर को नहीं मिलेगी एंट्री
वहीं इस पुल के शुरू होने के बाद मुंबई पुलिस ने बताया कि इस समुद्री पुल पर चार पहिया वाहनों जैसे कार, टैक्सी, हल्के मोटर वाहन, मिनीबस और टू-एक्सल बस की गति सीमा 100 किलोमीटर प्रति घंटा होगी। वहीं पुल के चढ़ने और उतरने पर गति 40 किलोमीटर प्रति घंटा तक सीमित रहेगी। हालांकि, मोटर बाइक, ऑटो रिक्शा और ट्रैक्टर को इस पुल पर अनुमति नहीं होगी। इसके साथ ही मुंबई की ओर जाने वाले मल्टी-एक्सल भारी वाहनों, ट्रकों और बसों को ईस्टर्न फ्रीवे पर एंट्री नहीं मिल सकेगी।