औरंगाबाद। कोरोना संकट के दौरान भीड़ ने दो लोगों की पीट पीट कर हत्या सिर्फ इसलिए कर दी क्योंकि वे एक ट्रक डाइवर को क्वारन्टीन में रहने को कह रहे थे। यह दर्दनाक घटना महाराष्ट्र के लातूर की है। जहां एक व्यक्ति और उसके रिश्तेदार की उस समय भीड़ ने पीट-पीटकर हत्या कर दी जब उन्होंने गुजरात से लौटे एक ट्रक चालक को पृथकवास में जाने को कहा। कसर श्रीशी थाने के एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना शनिवार देर रात करीब ढाई बजे औरंगाबाद से 275 किलोमीटर दूर नीलंगा तहसील के बोलेगांव में हुई। उन्होंने बताया, ‘‘ चालक विद्यामन बारम्दे मुंबई में रहता है और गुजरात से लौटा था।
मृतक शाहजी पाटिल (50 वर्ष) ने उससे गृह पृथकवास में रहने को कहा। हालांकि, उस समय बारम्दे चंदोरी गांव स्थित अपनी बहन के घर चला गया और बाद में भीड़ के साथ लौटा तथा पाटिल और उनके रिश्तेदार वैभव (24 वर्ष) पर हमला कर दिया जिससे दोनों की मौत हो गई।’’ अधिकारी ने बताया कि हत्या का मामला दर्ज किया गया है और अबतक आठ लोगों को हिरासत में लिया गया है।
दो माह के बच्चे को माता-पिता ने 22,000 रुपये में बेचा
हैदराबाद में दो माह के एक बच्चे को उसके माता-पिता ने कथित तौर पर 22,000 रुपये में बेच दिया, जिसके बाद पुलिस ने उसे मुक्त करा लिया। पुलिस ने शुरुआती जांच का जिक्र करते हुए बताया कि दंपति ने शनिवार रात बच्चे को कथित तौर पर बेच दिया। यह उनकी दूसरी संतान है, जिसका जन्म दो महीने पहले हुआ था। दंपति ने कुछ वित्तीय समस्या को लेकर और बच्चे के पिता की शराब की लत के चलते उसे बेचा था। पुलिस ने बताया कि हालांकि बच्चे की मां ने पुलिस से कहा कि उसके पति को शराब की लत है और वह बच्चे को बेचे जाने के लिये जिम्मेदार है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि पुलिस की एक टीम ने एक गुप्त सूचना के आधार पर बच्चे को एक महिला के पास से बरामद किया और उसे बाल कल्याण समिति को सौंप दिया गया।