नई दिल्ली. महाराष्ट्र के सियासी घटनाक्रम को लेकर दिल्ली में शरद पवार के आवास पर रविवार की शाम 6:30 बजे से शुरू हुई राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के 5 वरिष्ठ नेताओं की बैठक रात नौ बजे तक चली। बैठक खत्म होने के बाद महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल ने कहा कि गृहमंत्री पद से अनिल देशमुख के इस्तीफे की कोई जरूरत नहीं है। पाटिल ने कहा, "हमारी पार्टी का मानना है कि एनआईए और एटीएस की जांच में मनसुख की हत्या करने वाले और अंबानी के घर के सामने विस्फोटक लदी गाड़ी रखने वाले पकड़े जाएंगे।"
शरद पवार के दिल्ली स्थित आवास पर महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार, पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रफुल्ल पटेल, सांसद सुप्रिया सुले की मौजूदगी में करीब ढाई घंटे तक महाराष्ट्र में मचे सियासी घमासान पर चर्चा हुई। सूत्रों के मुताबिक, इस बैठक में मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परवीर सिंह के पत्र में गृहमंत्री अनिल देशमुख पर 100 करोड़ की वसूली के लगाए आरोप पर खासतौर से चर्चा हुई।
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एनसीपी नेताओं की बैठक से पहले, महाराष्ट्र में गठबंधन सहयोगी कांग्रेस का संदेश लेकर मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ भी शरद पवार के घर पहुंचे थे। कमल नाथ करीब आधे घंटे तक शरद पवार के घर रहे। कमल नाथ से पहले शिवसेना नेता संजय राउत भी शरद पवार के घर आकर उनसे मिले।
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शरद पवार के दिल्ली स्थित आवास 6, जनपथ पर रात में बैठक खत्म होने के बाद महाराष्ट्र के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल ने मीडिया से कहा, "अनिल देशमुख के इस्तीफे की कोई जरूरत नहीं है। मीडिया पूरी घटना को भटकाने की कोशिश कर रहा है। मनसुख हत्याकांड और अंबानी के घर के सामने विस्फोटक रखने के मामले में एनआईए और एटीएस जांच कर रही है। हमें जांच पर पूरा भरोसा है। जो असली दोषी होंगे वे जरूर पकड़ में आएंगे।"