राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के नेता और महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख ने एक सनसनीखेज आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि दो साल पहले एक प्रस्ताव दिया गया था, अगर वह उस प्रस्ताव को मान लेते, तो महाराष्ट्र की महा विकास आघाड़ी (MVA) की सरकार दो साल पहले ही गिर जाती और वह जेल जाने से भी बच जाते, लेकिन उन्होंने यह प्रस्ताव मंजूर नहीं किया। अनिल देशमुख ने ये नहीं बताया कि यह प्रस्ताव किस पार्टी या किस नेता की तरफ से आया था।
अनिल देशमुख ने जोर देते हुए कहा कि जो प्रस्ताव उन्हें मिला था उसके संबंध में उन्होंने एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार को जानकारी दी थी। अनिल देशमुख ने कहा कि उन्होंने प्रस्ताव स्वीकार नहीं किया, इसलिए उनकी सरकार उस समय बच गई। अनिल देशमुख ने पार्टी का नाम नहीं लिया। उन्होंने कहा कि विरोधकों की तरफ से प्रस्ताव आया था।
"प्रस्ताव से समझौता कर लेते, तो..."
महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख ने कहा कि उन्हें जो प्रस्ताव दिया गया था, उन्होंने उसे नामंजूर कर दिया था। अनिल देशमुख के मुताबिक, यदि वह प्रस्ताव से समझौता कर लेते, तो उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास आघाड़ी सरकार पिछले दो साल पहले गिर जाती। अनिल देशमुख ने कहा कि उन्हें फर्जी आरोपों के तहत 14 महीने के लिए जेल में डाल दिया गया था, हालांकि उन्होंने कभी हार नहीं मानी, जिसने प्रस्ताव दिया था उसको जानकारी है और पूरा प्रस्ताव उन्होंने शरद पवार को दे दिया।
नवंबर 2021 में गिरफ्तार किया गया था
बता दें कि महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख जिन्हें नवंबर 2021 में गिरफ्तार किया गया था। पिछले साल 28 दिसंबर को उन्हें जमानत पर रिहा किया गया था। अनिल देशमुख ने कहा कि जेल के अंदर सांसद संजय राउत से कई बार मिले। उन्होंने लिखने के लिए प्रेरित किया। अनिल देशमुख ने कहा कि जेल में वह रोजाना 1:30 से 2 घंटे राइटिंग वर्क करते थे। उन्होंने कहा कि जल्द ही उनकी किताब बाहर आएगी। हालांकि, इस बात का खुलासा नहीं किया कि किताब में उन्होंने किन-किन घटनाओं का जिक्र किया है।