पुणे: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के वरिष्ठ नेता अजित पवार ने गुरुवार को कहा कि कांग्रेस महा विकास आघाड़ी (MVA) का एक हिस्सा है और उसे अपने अंदरूनी मसलों को हल करना चाहिए। पवार ने कांग्रेस की महाराष्ट्र विधान परिषद की सदस्य (MLC) प्रज्ञा सातव पर कथित हमले की निंदा भी की। बता दें कि महा विकास आघाड़ी में NCP व कांग्रेस के अलावा शिवसेना का उद्धव ठाकरे नीत गुट शामिल है। 2019 के विधानसभा चुनावों के बाद तीनों दलों ने मिलकर सरकार बनाई थी और उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री बने थे।
MLC चुनाव के बाद बढ़ गईं मुश्किलें
प्रदेश कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता के दिल्ली दौरे के बारे में पूछे जाने पर पवार ने इसे एक अच्छा कदम बताया। पूर्व उपमुख्यमंत्री ने कहा, ‘हम MVA का एक घटक हैं और महसूस करते हैं कि कुछ घटनाओं के बाद कांग्रेस के भीतर जो भी भ्रम पैदा हो गया है, उसे दूर किया जाना चाहिए और इस मुद्दे को हल किया जाना चाहिए।’ प्रदेश कांग्रेस में नासिक स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के MLC चुनाव के बाद से काफी दिक्कतें देखने को मिल रही हैं। इस चुनाव में वरिष्ठ नेता बालासाहेब थोराट के भांजे सत्यजीत तांबे ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर जीत हासिल की।
कांग्रेस के बड़े नेताओं में जारी है मनमुटाव
थोराट ने कुछ दिन पहले पार्टी आलाकमान को चिट्ठी लिखकर उनके प्रति प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले के ‘गुस्से’ के कारण उनके साथ काम करने में असमर्थता जतायी थी। थोराट ने कहा कि कोई भी फैसला करने से पहले उनसे सलाह नहीं ली जाती। बहरहाल, पवार ने MLC प्रज्ञा सातव पर हिंगोली जिले में कथित हमले की निंदा की जो कांग्रेस के दिवंगत नेता राजीव सातव की पत्नी हैं। यहां NCP कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पवार ने उनसे कस्बा और पिंपरी-चिंचवाड़ उपचुनावों में MVA समर्थित उम्मीदवारों की जीत सुनिश्चित करने को कहा।
क्या हैं अजित पवार के बयान के मायने
अजित पवार के बयान के कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं। दरअसल, आने वाले कुछ महीनों में महाराष्ट्र में कई अहम चुनाव होने वाले हैं, ऐसे में कांग्रेस की आपसी कलह का MVA के दूसरे घटक दलों पर भी असर पड़ सकता है। अजीत पवार के इस बयान के कांग्रेस के लिए सब कुछ जल्द से जल्द ठीक कर लेने के लिए एक हल्की चेतावनी के तौर पर भी देखा जा रहा है।
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