महाराष्ट्र के बदलापुर में दो नाबालिक बच्चियों के साथ दुष्कर्म के आरोपी अक्षय शिंदे की पुलिस एनकाउंटर में मौत हो चुकी है। इस एनकाउंटर के बाद महाराष्ट्र की राजनीति में बवाल मचा हुआ है। विपक्ष का कहना है कि स्कूल के ट्रस्टी भी इस मामले में आरोपी थे। उन्हें अब तक गिरफ्तार नहीं किया गया है और मामले को खत्म करने के लिए मुख्य आरोपी को मार दिया गया। विपक्ष का आरोप है कि स्कूल के दोनों ट्रस्टी को बचाने के लिए यह सब किया गया है। वहीं, राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का कहना है कि पुलिस ने अपनी रक्षा में गोली चलाई है और इस पर सियासत नहीं की जानी चाहिए।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा "बदलापुर मामले के आरोपी अक्षय शिंदे की पत्नी ने लैंगिक अत्याचार का मामला दर्ज किया था इसलिए उसे जांच के लिए ले जा रहे थे। इसी बीच उसने पुलिसकर्मी नीलेश मोरे पर गोली चलाई, जिसमें नीलेश मोरे जख्मी हुए हैं। पुलिस ने भी बचाव में गोली चलाई है। यह प्राथमिक जानकारी मुझे मिली है। बाकी की जानकारी पुलिस जांच में सामने आएगी।"
देवेंद्र फडणवीस ने क्या कहा?
महाराष्ट्र के गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि पुलिस के ऊपर उसने पुलिस की बंदूक छीनकर फायरिंग की, जिसमें पुलिस ने अपने आपको बचाने के लिए जवाबी फायरिंग की। इसमे अक्षय शिंदे को गोली लगी और उसकी मौत हो गई।
विपक्ष ने न्यायिक जांच की मांग की
नेता विपक्ष विजय वादेत्तिवार ने अक्षय शिंदे एनकाउंटर पर सवाल उठाते हुए कहा कि इसकी न्यायायिक जांच होनी चाहिए। एनसीपी नेता अनिल देशमुख ने लिखा "बदलापुर कांड के आरोपी अक्षय शिंदे का एनकाउंटर होने की खबर है। आत्मरक्षा का यह दिखावा यकीन करने लायक नहीं है। दोनों हाथों में बेड़ियां लगा हुआ आदमी पुलिस वाले की पिस्तौल कैसे छीन सकता है? इस मामले में स्कूल संचालक भाजपा पदाधिकारी भी उतना ही दोषी है जितना आरोपी अक्षय शिंदे। अपनी पार्टी के पदाधिकारी को बचाने और मामले को दबाने के लिए एनकाउंटर की यह झूठी कहानी गढ़ी जा रही है।"
एनसीपी शरद पवार पार्टी के नेता जयंत पाटिल ने भी अक्षय शिंदे के मौत पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि बदलापुर के आरोपी ने पुलिस की बंदूक छीनकर खुद पर गोली चलाकर खुदकुशी की ऐसी खबर सामने आ रही है। आरोपी की जांच होती तो जिस संस्थान को बचाने के लिए कवायद की जा रही थी, उसकी पोल खुल जाती थी। इसके साथ ही उन पुलिसवालों की भी पोल खुल जाती थी, जिन्होंने उस नाबालिग का लैंगिक शोषण होने के बाद शिकायत लेने में देरी की थी इसलिए उनको बचाने के लिए इसको ही ऊपर भेज देते हैं ऐसी रणनीति हो सकती है। यह (सरकार में शामिल नेता) बहुत पहुंचे हुए लोग हैं, इनके ऊपर कोई बोलता भी नहीं है।
वर्षा गायकवाड़ ने मांगा फडणवीस का इस्तीफा
कांग्रेस सांसद वर्षा गायकवाड़ ने अक्षय शिंदे एनकाउंटर की सीबीआई जांच की मांग करते हुए पूछा कि अक्षय को ट्रांजिट रिमांड के लिए ले जाते वक्त पुलिस की रिवॉल्वर उसके हाथ कैसे आई। स्कूल का संचालक आप्टे अब भी फरार है और ऐसे में आरोपी अक्षय का एनकाउंटर होता है। मुख्यमंत्री आपको जवाब देना होगा। महिलाएं तो वैसे भी राज्य में सुरक्षित नहीं हैं। उन्होंने गृहमंत्री के इस्तीफे की भी मांग की। महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने एक्स पोस्ट में लिखा "खबर है कि बदलापुर बाल शोषण मामले के आरोपी अक्षय शिंदे की पुलिस मुठभेड़ में मौत हो गई है। बताया गया है कि शिंदे ने पुलिस से बंदूक छीन ली और खुद पर और पुलिस पर गोली चलाई। पुलिस ने आत्मरक्षा में गोली चलाई और उसकी मौत हो गई।
इस घटना ने कुछ गंभीर सवाल खड़े कर दिये हैं
1. बदलापुर अत्याचार मामले में स्कूल ट्रस्टी अभी भी गिरफ्तार नहीं हुए हैं, वे फरार हैं उन्हें अभी तक गिरफ्तार क्यों नहीं किया जा सकता?
2. क्या इस मामले में फरार आरोपियों को बचाने के लिए मुख्य आरोपी का एनकाउंटर कर मामले को खत्म करने की कोशिश की जा रही है?
3. क्या पूरे मामले को दबाने की उच्चस्तरीय कोशिश के तहत पुलिस ने आरोपियों का एनकाउंटर किया है?
इस मामले की सच्चाई सामने लाने के लिए हाई कोर्ट के वर्तमान जजों से जांच करायी जानी चाहिए।"