महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार आज पुणे पहुंचे। यहां अपने भाषण में उन्होंने विधायक रवि राणा पर जमकर निशाना साधाष। उन्होंने जन सम्मान यात्रा के दौरान पिंपरी चिंचवाड़ इलाके में कहा कि लाडली बहन योजना को लेकर कुछ गलतियां हुई हैं। मैं आप से वह बता रहा हूं। कुछ लोगों ने ऐसा बयान दिया है कि हम सरकार के द्वारा दिए गए पैसे वापस ले लेंगे। मैं आप को बताना चाहता हूं कि रक्षाबंधन के मौके पर जिस वक्त बहन भाई को राखी बांधती हैं। इस समय भाई बहन को कोई ऐसा तोहफा जरूर देता है। इस तोहफे पर बहन का अधिकार होता है तो वह तोहफा कभी वापस नहीं लिया जाता है। हमारी सरकार ने इस योजना के तहत यह तोहफा सभी बहनों को अदा किया है। अगर कोई माई का लाल इसे लेकर गलत बयान देगा तो उसकी जुबान खींच लूंगा।
लाडली बहन योजना पर मचा बवाल
दरअसल एकनाथ शिंदे सरकार की महत्वाकांक्षी योजना लाडली बहन योजना के शुरू होते ही विवादों में घिर चुकी है।मध्य प्रदेश की तर्ज पर महाराष्ट्र सरकार ने भी लाडली बहना योजना का ऐलान किया है। अगले 48 घंटे में लाडली बहना योजना के पहली दो किस्त कुल 3000 रुपए एलिजिबल महिलाओं की खाते में जमा होने वाले हैं। लेकिन महायुति सरकार के दो ताकतवर विधायकों के बयान के बाद विवाद शुरू हो गया है। विधायक रवि राणा और महेश शिंदे के बयान के बाद से इस योजना को लेकर राजनीति शुरू हो गई है।
रवि राणा और महेश शिंदे ने दी धमकी
बता दें कि महेश शिंदे शिवसेना के विधायक हैं। महेश शिंदे ने सतारा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए लाभार्थियों को सीधे-सीधे धमकी दे दी। उन्होंने कहा कि अगर चुनाव में वोट नहीं दिया तो मतदान के बाद दिसंबर में उनका करेक्ट कार्यक्रम रद्द कर दिया जाएगा, यानी वोट नहीं देने वाली लाभार्थी परिवारों को सबक सिखाया जाएगा। वहीं नवनीत राणा के पति विधायक रवि राणा ने विदर्भ में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि जो भी लाभार्थी महिला उन्हें वोट नहीं देंगी, उस लाभार्थी के खाते में आए हुए 1500 रुपये वापस निकाल लिए जाएंगे। (रिपोर्ट: समीर शेख)