पुणे: महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने गुरुवार को कहा कि निलंबित पुलिस अधिकारी सचिन वाजे द्वारा एक पत्र में उनके खिलाफ लगाए गए आरोप पूरी तरह गलत हैं। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता अजित पवार ने कहा कि वह न वाजे से कभी मिले हैं और न बात की है। पवार ने कहा कि चीजों को स्पष्ट करने के लिए आरोपों की जांच होनी चाहिए। पवार ने कहा, ‘जब मैंने पत्र में अपना नाम देखा तो मुझे हंसी आई। मैं कभी वाजे से नहीं मिला और न कभी उससे बात की। सभी को मेरी कार्यशैली के बारे में जानकारी है, इसलिए आप जांच करवा लीजिए।’
‘आरोप पूरी तरह गलत हैं’
NCP सुप्रीमो शरद पवार के भतीजे अजित ने कहा कि पत्र में लगाए गए आरोप पूरी तरह गलत हैं। उन्होंने कहा, ‘जांच करवानी चाहिए जिससे दूध का दूध और पानी का पानी हो सके।’ वाजे ने अपने पत्र में दावा किया था कि दर्शन घोड़ावत नामक व्यक्ति उससे मिला था और उसने खुद को अजित पवार का ‘बेहद नजदीकी’ व्यक्ति बताया था। वाजे के अनुसार घोड़ावत ने उससे गुटखा बेचने वालों से 100 करोड़ की उगाही करने को कहा। वाजे ने अपने पत्र में महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख पर भी गंभीर आरोप लगाए थे।
CBI ने वाजे से की पूछताछ
इस बीच CBI ने महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की अपनी प्रारंभिक जांच के संबंध में गुरुवार को मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह, सहायक पुलिस आयुक्त संजय पाटिल और निलंबित पुलिस अधिकारी सचिन वाजे से पूछताछ की। बॉम्बे हाई कोर्ट ने सीबीआई को आरोपों की प्रारंभिक जांच करने का आदेश दिया था। सिंह ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर आरोप लगाया था कि देशमुख ने पाटिल को अपने आवास पर बुलाया था जहां उनके निजी स्टाफ ने पुलिस अधिकारी को बार और रेस्तराओं से लगभग 50 करोड़ रुपये की वसूली करने का लक्ष्य दिया था। (भाषा)