महाराष्ट्र की सियासत का परिदृश्य कुछ सालों में इतना बदला है कि जब कभी बागी नेताओं का नाम लिया जाएगा, तब एकनाथ शिंदे और अजित पवार जरूर याद किए जाएंगे। दोनों ही दिग्गज नेताओं की बगावत अपनी पार्टी के लिए एक जैसी रही। बस बदलाव था तो दोनों नेताओं के तरीके में। बीजेपी के साथ गठबंधन कर एकनाथ शिंदे जहां महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बन गए, तो वहीं अजित पवार राज्य के उपमुख्यमंत्री हैं। हालांकि, महाराष्ट्र की राजनीति में अभी भी भूचाल आने की चर्चा है। कहा जा रहा है कि एनसीपी नेता और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल भी बीजेपी ज्वॉइन कर सकते हैं। इन अटकलों के बीच अजति पवार ने आज सोमवार को प्रधानमंत्री मोदी को लेकर बयान दिया।
मुझे कोई दूसरा विकल्प नजर नहीं आता- पवार
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा, "आज मैं व्यक्तिगत रूप से राष्ट्रीय स्तर पर नरेंद्र मोदी जितना मजबूत कोई दूसरा नेता नहीं देखता। मुझे कोई दूसरा विकल्प नजर नहीं आता। कुछ लोग मेरे पिछले बयानों का हवाला देकर मेरी आलोचना करते हैं, लेकिन कोई आदमी अपने अनुभव के आधार पर अलग-अलग राय रख सकता है।" उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने 500 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास के लिए 25,000 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है, जिसमें महाराष्ट्र के 44 रेलवे स्टेशन शामिल हैं।
अमित शाह की टिप्पणी पर क्या बोले अजित पवार?
रविवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पुणे में एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि अजित पवार लंबे समय के बाद सही जगह पर आए, लेकिन बहुत देर से आए। शाह की टिप्पणियों के बारे में पूछे जाने पर अजित पवार ने कहा कि उन्होंने पूर्व में दोहराया था कि राज्य को विकास की दिशा में ले जाने, क्षेत्र में बदलाव लाने, कई मुद्दों का समाधान निकालने और निर्वाचित प्रतिनिधियों को उनके काम पूरा करने में मदद करने के लिए उन्होंने शिवसेना-बीजेपी गठबंधन में शामिल होने का फैसला लिया।
केंद्र गृह मंत्री की तारीफ में क्या बोले उपमुख्यमंत्री?
केंद्र गृह मंत्री शाह की सराहना करते हुए अजित पवार ने कहा कि केंद्रीय मंत्री ने सहकारिता मंत्रालय का कार्यभार संभालने के बाद साहसी फैसले लिए जो पिछले 20 से 22 वर्षों में नहीं लिए गए थे। शाह की हालिया यात्रा के दौरान उनके साथ निर्वाचन क्षेत्रों की समीक्षा के संबंध में एक बैठक को लेकर पूछे जाने पर उन्होंने कहा, "हमने महा-युति (बीजेपी, शिवसेना और एनसीपी का गठबंधन) पर संक्षिप्त चर्चा की, लेकिन राज्य में केंद्र की 80,000 करोड़ रुपये की विभिन्न परियोजनाओं पर विस्तृत चर्चा हुई।" बता दें कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के संस्थापक शरद पवार के भतीजे अजित पवार 2 जुलाई को पार्टी के आठ विधायकों के साथ शिवसेना-बीजेपी सरकार में शामिल हो गए।