मुंबई: शरद पवार ने अपने इस्तीफे पर जारी सस्पेंस को खत्म करते हुए ऐलान किया कि वे एनसीपी के अध्यक्ष बने रहेंगे। उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस्तीफा वापस लेने का ऐलान किया। हालांकि जब उन्होंने यह ऐलान किया उस वक्त उनके साथ छोटे पवार यानि अजित पवार नहीं थे। ऐसे में कयास लगाए जाने लगे कि कहीं शरद पवार के इस्तीफा वापस लेने से वे नाराज तो नहीं है। सूबे की सियासत तरह-तरह की बातें होने लगीं।
मैं नाराज नहीं हूं-अजित पवार
इस बीच इंडिया टीवी ने अजित पवार से बात करने की कोशिश की। उन्होंने फोन पर बताया कि वे कतई नाराज नहीं हैं। उन्होंने कहा कि मैं आज पुणे की तरफ जा रहा हूं। मैं, छगन भुजबल, सुनील तटकरे, पी सी चाको और कमिटी के अन्य सदस्य भी प्रेस कॉन्फ्रेंस में नही पहुंच सके। हमारे प्रेस कॉन्फ्रेंस में नहीं पहुंचने को लेकर गलत खबरें चलाई जा रही हैं। उन्होने कहा कि मैं नाराज होकर न तो मैं दिल्ली जा रहा हूं, न ही कहीं और, मैं नॉट रिचेबल भी नहीं हूं। नॉट रिचेबल होता तो फोन पर बात नहीं करता।
कार्यकर्ताओं की भावना को देखते हुए इस्तीफा वापस लिया-पवार
अजित पवार ने कहा कि यह बात सच है कि पवार साहेब ने मुझे रिटायरमेंट के बारे में पहले जानकारी दी थी और कहा था कि अजित मैं अपना फैसला नही बदलूंगा। लेकिन अब उन्होंने देश भर के नेता-कार्यकर्ता और हमारे कमिटी की भावना को देखते हुए इस्तीफा वापस लिया है। अजित पवार ने कहा कि कुछ लोग जानबूझकर मेरे खिलाफ गलत खबरे दिखाते हैं।