मुंबईः महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम और एनसीपी अध्यक्ष अजीत पवार ने इंडिया टीवी से खास बातचीत में कई सवालों का खुलकर जवाब दिया। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में 400 पार नारे की वजह से एनडीए को नुकसान हुआ। विपक्ष ने अबकी बार चार सौ पार और सविधान बदलने का फेक नरेटिव सेट किया गया। इससे मुसलमान, शेड्यूल कास्ट और शेड्यूल ट्राइब्स डर गए कि अगर ये सरकार दोबारा आयी तो उनके अधिकार चले जायेंगे। इसकी वजह से विपक्षी को वोट कर दिया। लोगों ने विपक्ष के कहने पर विश्वास किया। लोकसभा में पॉइंट 6 प्रतिशत वोट विपक्ष को हमसे ज्यादा मिले हैं।
भ्रष्टाचार के मुद्दे पर कही ये बात
भ्रष्टाचार के मुद्दे पर सवाल का जवाब देते हुए अजीत पवार ने कहा कि विपक्ष को जो कहना है कहने दो। मुझे विपक्ष के खिलाफ कुछ भी कहना नहीं है। हमारा ध्यान डायवर्ट करने की कोशिश की जा रही है। 2009 और 2010 में मुझ पर आरोप लगे। यह सब राजनीति है। 15 साल में एक रुपया के घोटाले का भी सबूत नहीं मिला सिर्फ हमारी बदनामी हुई।
मुख्यमंत्री बनने की इच्छा पर क्या बोले पवार
अजीत पवार ने कहा कि मैं भाजपा के साथ हूं। मैं महायुति में विकास के लिए शामिल हुआ हूं। अलग-अलग कोई स्टेटमेंट आते हैं तो उस पर बोलने की मुझे जरूरत नहीं है। मुख्यमंत्री बनने के सवाल पर उन्होंने कहा कि खाली इच्छा व्यक्त करने से कुछ नहीं होगा। जब तक बहुमत नहीं मिलता तब तक कोई मुख्यमंत्री नहीं बन सकता।
विधानसभा चुनाव पर कही ये बात
महाराष्ट्र चुनाव के मुद्दे पर एनसीपी चीफ ने कहा कि महायुती में हम सब साथ हैं। हम सब साथ बैठकर निर्णय लेंगे। हमारे ज्यादा से ज्यादा लोग चुनकर आये यह हमारी प्राथमिकता होगी। लोकसभा सीट शेयरिंग में जो गलतिया हुई उसे हम इस बार सुधारने की कोशिश करेंगे। हम ज्योतिष नहीं हैं लेकिन हमारी कोशिश है कि पहले माहौल तैयार करने की फिर बाद में देखते है कि कितनी सीट मिलती है। विपक्ष तो 288 सीट जितने का भी दावा कर रहा है। ऐसे दावे करने का उनका अधिकार है।
सुप्रिया सुले से राखी बंधवाउंगाः अजीत
डिप्टी सीएम पवार ने परिवार में गतिरोध के मुद्दे पर कहा कि परिवार अलग रहता है और राजनीति अलग रहती है। शरद पवार बुजुर्ग और बहुत बड़े नेता हैं। कई सालों से उन्होंने भारत देश और महाराष्ट्र में काम किया है। राखी त्योहार के दिन अगर मैं और सुप्रिया एक ही क्षेत्र में हुए तो सुप्रिया से राखी बंधवाऊंगा।
वक्फ बोर्ड कानून में संशोधन को लेकर क्या है अजीत पवार का रुख
वक्फ बोर्ड कानून में संशोधन के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि वक्फ बोर्ड की जमीन वक्फ बोर्ड के पास ही रहनी चाहिए। महाराष्ट्र कके वक्फ बोर्ड के बारे में हमने अधिकारियों के साथ चर्चा की है। कुछ सालों में वक्फ बोर्ड के जमीन के मामले में महाराष्ट्र गड़बड़ हुई है। केन्द्र तक भी हम अपनी बात ले जाएंगे। हमारी पूरी कोशिश रहेगी। हम एनडीए के साथ बात करेंगे कि माइनॉरिटी को अगर डर लग रहा है उसका कारण क्या है। गलत फहमी भी दूर होनी चाहिए।
जन सम्मान यात्रा पर दी प्रतिक्रिया
जन सम्मान यात्रा पर अजीत पवार ने कहा कि जन सम्मान यात्रा के माध्यम से हम जनता को सरकार की उपलब्धियां बता रहे हैं। विपक्ष लगातार यह कह रहा है कि यह सिर्फ चुनावी जुमला है और यह योजना आगे चलने वाली नहीं है लेकिन मैं आपके जरीये महाराष्ट्र के लोगों से कहना चाहता हूं मैं 10 बार महाराष्ट्र जैसे राज्य का बजट पेश कर चुका हूं और मुझे पता है की बजट में क्या-क्या खर्च करना होता है।