मुंबई। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने सुबह पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर नमन करने वाला संदेश ट्वीट किया था लेकिन कुछ देर बाद ही इस ट्वीट को डिलीट कर दिया गया। इस ट्वीट को करने और फिर बाद में डिलीट करने पर राजनीतिक हलकों में चर्चाएं तेज हो गई हैं। इस ट्वीट को डिलीट करने पर अजित पवार ने सफाई देते हुए कहा है कि फिजूल के मुद्दों को महत्व न दिया जाए राजनीति व समाजनीति में वरिष्ठों की बातें माननी पड़ती हैं। इसका मतलब क्या भतीजे अजित पवार के इस ट्वीट से शरद पवार नाराज हो गए और उनके कहने पर अजित पवार ने ट्वीट डिलीट किया? बता दें कि ये ट्वीट सुबह 8 बजकर 48 मिनट पर किया गया था, अजित पवार ने बाद में उसे डिलीट कर दिया।
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार का कहना है कि 'कोई छोटी बात हुई नहीं कि चर्चा छिड़ गई। जो शख्स अब इस दुनिया में नहीं रहे उनके बारे में मैंने अच्छा लिखा, यही महाराष्ट्र की परंपरा है संस्कृति है उसी मुताबिक मैने वो ट्वीट किया था। पर समाजनीति राजनीति में कुछ बातें वरिष्ठों की माननी पड़ती हैं अन्य भी बातें होती है लेकिन इन मुद्दों से ज्यादा कोरोना की समस्या, किसानों की, बेरोजगारी, महंगाई ये अन्य मुद्दे मेरे लिए अहम हैं। पहले सुशांत सिंह राजपूत की न्यूज कई दिन चली वो अच्छे एक्टर थे फिर बॉलीवुड एक्टर्स का मुद्दा आया। ये जनता और मीडिया का विषय है कि क्या दिखाए और जनता क्या देखे पर मेरे लिए इन सब से जनता से जुड़े मुद्दे अहम हैं।