ठाणेः ऐरोली विधानसभा सीट के लिए चुनाव प्रचार जोरों पर है। यह सीट ठाणे जिले के अंतर्गत आती है। इस विधानसभा क्षेत्र से 17 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं। इनमें बीजेपी उम्मीदवार और मौजूदा विधायक गणेश नाइक, बसपा के अरविंद सिंह श्रीराम राव, मनसे से नीलेश अरुण बनखेले, शिवसेना (उद्धव गुट) से मनोहर कृष्ण माधवी, आरपीआई से अमोल अंकुश जावले, महाराष्ट्र स्वराज्य पार्टी से अंकुश सखाराम कदम, लोकराज्य पार्टी के भूपेन्द्र नारायण गवते प्रमुख रूप से शामिल हैं।
ऐरोली के बारे में जानें
ठाणे जिले की यह सीट सामान्य वर्ग के लिए है। ऐरोली नवी मुंबई मुंबई क्षेत्र में है। यह आवासीय और व्यावसायिक क्षेत्र है। ऐरोली निर्वाचन क्षेत्र में 447 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। ऐरोली निर्वाचन क्षेत्र में राज्य की अन्य सभी सीटों के साथ 20 नवंबर को मतदान होगा। वोटों की गिनती 23 नवंबर को होगी। 2019 के विधानसभा चुनावों में ऐरोली निर्वाचन क्षेत्र में 448791 पंजीकृत मतदाता थे, लेकिन केवल 191211 वोट पड़े।
ऐरोली विधानसभा का चुनावी इतिहास
ऐरोली विधानसभा सीट बीजेपी और एनसीपी और कांग्रेस के खाते में अलग-अलग समय में जाती रही है। साल 2019 में हुए विधानसभा चुनाव में इस सीट से बीजेपी के गणेश नाइक को जीत मिली थी। नाइक ने एनसीपी के रघु शिंदे को बड़े अंतर से चुनाव हराया था। रघु को 36,154 तो गणेश को 114,645 वोट मिले थे। साल 2014 के चुनाव में यहां से एनसीपी जीती थी। 2009 के चुनाव में भी यहां से एनसीपी को जीत मिली थी। 2004 और 1999 में ऐरोली से कांग्रेस उम्मीदवार को जीत मिली थी। 1995, 1990 और 1985 को यहां से बीजेपी को जीत हासिल हुई थी।
क्यों इस बार देखा जा रहा है कड़ा मुकाबला
महाराष्ट्र में इस बार का चुनाव बिल्कुल अलग है। पिछले चुनाव में कांग्रेस के साथ लड़ने वाली एनसीपी (घड़ी सिंबल) अब बीजेपी के साथ गठबंधन में लड़ रही है। जबकि एनसीपी (शरद पवार गुट) कांग्रेस के साथ है। पिछले चुनाव में बीजेपी के साथ रहने वाले उद्धव ठाकरे अब कांग्रेस के साथ गठबंधन में हैं। शिवसेना और एनसीपी अब दो गुटों में बंट चुकी है। बीजेपी के साथ एनसीपी (अजीत गुट), शिवसेना (शिंदे गुट) है। इस बार कई उम्मीदवार बगावत करके भी चुनाव मैदान में है। ऐरोली में मुख्य मुकाबला बीजेपी, शिवसेना (उद्धव गुट) और मनसे के बीच देखा जा रहा है। वहीं छोटे दल और निर्दलीय किसका खेल बिगाड़ेंगे यह 23 नवंबर को ही पता चल सकेगा।