मुंबई: शरद पवार ने आज एक कार्यक्रम के दौरान बीजेपी और RSS पर आरोप लगाते हुए कहा कि राम मंदिर को लेकर बीजेपी और RSS सियासत कर रहे हैं। शरद पवार ने कहा कि आज की केंद्र सरकार इन मूल प्रश्नों के बजाय धार्मिक सवालों पर लोगों का मन लगाने की कोशिश कर रहे हैं। बता दें कि आज राहुल गांधी ने भी बीजेपी और RSS पर राम मंदिर को लेकर सियासत करने का आरोप लगाया है।
बाबरी गिरा कर वहां पर मंदिर बनाने की बात होगी
शरद ने आगे कहा कि अयोध्या के राम, मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के प्रति इस देश के हर नागरिक के मन में आदर है, कोई उनका अनादर नहीं कर रहा है। इस देश के करोड़ों लोगों के मन में श्री राम के प्रति आदर की भावना है। प्रवासी भारतीयों के मन में भी प्रभु राम के प्रति आदर हैं। पर आज लोगों के प्रश्नों को बगल में रख दिया गया है, वहां मंदिर बनाने का कोई विरोध नहीं कर रहा है लेकिन मंदिर का अगर इतिहास देखा जाएगा तो बाबरी गिरा कर वहां पर मंदिर बनाने की बात होगी।
बीजेपी और आरएसएस ने राजनीति शुरू किया
पवार ने आगे कहा कि राजीव गांधी जब प्रधानमंत्री थे तब इसकी इजाजत दी गई। राजीव गांधी के कार्यकाल के दौरान मंदिर का शिलान्यास हुआ। इसके बाद कुछ लोग कोर्ट में गए। केस कई वर्षों तक कोर्ट में चला और अब जाकर कोर्ट का फैसला आया और कोर्ट ने मंदिर निर्माण की इजाजत दी। जब मंदिर निर्माण का यह इतिहास है। आज मंदिर के लिए राम भक्त योगदान दे रहे हैं लेकिन राम भक्तों को बगल में रखकर इस पर राजनीति करने का काम बीजेपी और आरएसएस ने शुरू किया है।
राहुल ने भी लगाए थे आरोप
इससे पहले आज राहुल गांधी ने कहा कि राम मंदिर के 'प्राण प्रतिष्ठा' समारोह को भाजपा-आरएसएस समारोह में बदल दिया गया है और यही कारण है कि कांग्रेस ने इस कार्यक्रम के निमंत्रण को स्वीकार नहीं किया है। बीजेपी और आरएसएस ने 22 जनवरी के समारोह को पूरी तरह से राजनीतिक नरेंद्र मोदी समारोह बना दिया है।
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