मुंबई में मॉनसून के जाते ही और हल्की बारिश होने के बाद वायु गणवत्ता गिरने लगा है। हवा में तेजी ना होने की वजह से छोटे-छोटे कण वातावरण में ज्यादा देर तक रुक रहे हैं जिस कारण सुबह के समय धुंध देखने को मिल रही है। दिल्ली के साथ ही साथ अब मुंबई की हवा भी प्रदूषित होने लगी है। बुधवार यानी 18 अक्टूबर को मुंबई के छत्रपति शिवाजी टर्मिनस (सीएसटी) क्षेत्र से वायु गुणवत्ता सूचकांक 'बहुत खराब' श्रेणी में पहुंच गया है। बता दें कि पिछली सर्दियों में मुंबई दुनिया की प्रदूषित शहरी की सूची में दूसरे स्थान तक पहुंच गई थी।
पिछली सर्दियों में कितना प्रदूषण
ठंड के आते ही कई शहरों में प्रदूषण बढ़ने के मामले सामने आने लगते हैं। दिल्ली के बाद अब मुंबई में भी प्रदूषण बढ़ने लगा है। छत्रपति शिवाजी टर्मिनस का इलाका भी 'बहुत खराब' श्रेणी में पहुंच गया है। अगर हम पिछले सर्दियों की बात करें तो मुंबई प्रदूषण के मामले में दुनिया भर में दूसरे स्थान पर था। स्विस एयर ट्रैकिंग इंडेक्स की सूची के मुताबिक लाहौर पहले स्थान पर तो मुंबई दूसरे स्थान पर था। इस आंकड़े के मुताबिक मुंबई 29 जनवरी से 8 फरवरी के बीच एक सप्ताह के लिए देश में सबसे प्रदूषित शहर तो वहीं दुनिया में दूसरा सबसे प्रदूषित शहर बन गया था।
दिल्ली की भी हवा खराब
मौसम में बदलाव आते ही हर साल की तरह इस साल भी दिल्ली की हवा खराब होनी शुरू हो गई है। पूर्वी दिल्ली के आनंद विहार, नंदनगरी और दिलशाद गार्डन जैसे इलाकों की हवा इस समय सबसे ज्यादा प्रदूषित हुई है। अगर हम बाहरी दिल्ली की बात करें तो रोहिणी, पश्चिमी विहार, मंगोलपुरी और नांगलोई जैसे क्षेत्र की हवा कमजोर श्रेणी में पहुंच गई है।
AQI को लेकर जानकारी
केंद्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के मुताबिक, 0-50 के बीच AQI को "अच्छा", 51 और 100 के बीच "संतोषजनक", 101 और 200 के बीच "मध्यम", 201 और 300 के बीच "खराब", 301 और 400 के बीच "बहुत खराब" और 400 से अधिक को "गंभीर" श्रेणी में माना जाता है।
ये भी पढ़ें-