मुंबई: महाराष्ट्र की राजनीति में पिछले कुछ वर्षो में कई बवाल देखने को मिले हैं। यहां के बवाल कई हफ़्तों तक राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा में बने रहते हैं। पिछले वर्ष हुई राजनीतिक उठापटक में उद्धव ठाकरे ने अपनी सत्ता और पार्टी दोनों गंवा दीं। इसके बाद सत्ता के शीर्ष पर बैठे एकनाथ शिंदे। तब लगा कि अब सब कुछ शांत हो जाएगा लेकिन ऐसा हुआ नहीं।अब शिवसेना का एक विज्ञापन नया बवाल खड़ा कर सकता है। शिवसेना की तरफ से अख़बारों में एक विज्ञापन दिया गया है, जिसमें मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को देवेंद्र फडणवीस से ज्यादा लोकप्रिय बताया गया है।
विज्ञापन शिवसेना और बीजेपी के बीच बन सकता है विवाद का कारण
इस विज्ञापन के बाद अब शिवसेना और भारतीय जनता पार्टी में नया विवाद खड़ा हो सकता है। शिवसेना की तरफ से दिए गए विज्ञापन में लिखा गया, "सरकार को लोगों का अपार प्रेम मिल रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे द्वारा महाराष्ट्र में किए गए जनकलणकारी कार्यों पर हाल ही में एक सर्वे किया गया था। इस सर्वे में उन्हें अव्वल स्थान मिला है। सर्वे के अनुसार बीजेपी को 30.2% और शिवसेना को 16.2% जनता ने पसंद किया है।"
इस विज्ञापन में कहा गया है कि महाराष्ट्र की 46.4 फिसदी जनता बीजेपी और शिवसेना जोड़ी को दोबारा सत्ता में लाना चाहती है। फिर एक बार मुख्यमंत्री के पद पर एकनाथ शिंदे को 26.1% जनता देखना चाहती है जबकि इसी पद के लिए देवेंद्र फडणवीस को 23.2 प्रतिशत वोट मिले हैं। यानी महाराष्ट्र की कुल 49.3 फीसदी आबादी इस जोड़ी को पसंद कर रही है।
विज्ञापन से देवेंद्र फडणवीस की तस्वीर गायब
इस विज्ञापन में केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की ही तस्वीरें हैं। इसमें देवेंद्र फडणवीस की तस्वीर को जगह नहीं दी गई है। इस विज्ञापन से साफ़ जाहिर हो रहा है कि शिवसेना एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री के तौर पर आगे बढ़ाना चाहती है, जबकि बीजेपी की तरफ में हमेशा कहा जाता है कि राष्ट्र में नरेंद्र महाराष्ट्र में देवेंद्र, लेकिन अब शिवसेना एकनाथ शिंदे को ही अगले मुख्यमंत्री के तौर पर प्रोजेक्ट कर रही है। इससे दोनों दलों के बीच विवाद हो सकता है।