मुंबई: लोकसभा चुनाव जैसे-जैसे निकट आ रहे हैं वैसे-वैसे महाराष्ट्र की भी सियासत में गर्मी बढ़ती जा रही है। शिवसेना(यूबीटी) के युवा नेता और वर्ली से विधायक आदित्य ठाकरे और शिंदे सेना में आर-पार की लड़ाई शुरू हो चुकी है। बता दें कि आदित्य एक भी मौका शिंदे सेना पर हमला करने का छोड़ते नहीं है। वर्ली से विधायक आदित्य ठाकरे ने सीएम शिंदे पर करारा हमला बोला है। आदित्य ने एकनाथ शिंदे पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा है कि एकनाथ शिंदे एक डरपोक मुख्यमंत्री है, जो चुनाव लेने की हिम्मत नहीं दिखा सकते है। दरअसल आदित्य का यह तीखा हमला भरत गोगावले के उस बयान के बाद आया है जिसमें गोगावले ने दावा किया है कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे अपने दम पर नहीं बल्कि 40 विधायकों के दम पर मुख्यमंत्री बने हैं और शिंदे सेना के विधायक मुख्यमंत्री को इमोशनल ब्लैकमेल कर मंत्री बन रहे हैं।
"मुख्यमंत्री डरपोक हैं"
भरत गोगावले के दावे पर जब इंडिया टीवी ने सवाल पूछा तो आदित्य ठाकरे ने कहा कि मुख्यमंत्री डरपोक हैं, उनमें चुनाव लेने की हिम्मत नहीं है। अगर सीएम डरपोक नहीं होते तो वह हमसे गद्दारी नहीं करते और बीजेपी के वॉशिंग मशीन में नहीं जाते, एजेंसियां कार्रवाई करती तो आज सीएम शिंदे जेल में होते। मैं दोहराता हूं कि मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं होगा, यह सरकार जल्द गिर जाएगी।
इसलिए है नाराजगी
जानकारी के लिए बता दें कि आदित्य ठाकरे की नाराजगी इसलिए भी बढ़ी हुई है क्योंकि मुंबई यूनिवर्सिटी के सीनेट चुनाव अचानक रद्द कर दिए गए हैं। 10 सितंबर को मुंबई यूनिवर्सिटी में सीनेट का चुनाव होने वाला था, लेकिन गुरुवार रात को इस चुनाव को स्थगित कर दिया गया। आदित्य ठाकरे का आरोप है कि सीनेट चुनाव हारने के डर से इस चुनाव को रद्द कर दिया गया है। चुनाव रद्द कराने को लेकर कोई भी कारण संबंधित विभाग द्वारा नहीं दिया गया है।
युवा सेना की टीम मांगेगी जवाब
ठाकरे के मुताबिक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे बुरी तरह डरे हुए हैं, और हारने के इसी डर की वजह से बिना कोई वजह बताएं चुनाव को रद्द कर दिया गया। चुनाव का रद्द होना लोकतंत्र के लिए बहुत घातक है क्योंकि महाराष्ट्र में खासकर मुंबई में कोई आपात स्थिति नहीं है फिर भी चुनाव को रद्द कर दिया गया। युवा सेना की टीम अब मुंबई यूनिवर्सिटी के वरिष्ठ अधिकारियों से मिलकर जवाब मांगेगी।
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