मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा के बजट सत्र के दौरान शिंदे-फडणवीस सरकार ने सूबे में एक लाख से ज्यादा लव जिहाद के केस होने का दावा कर खलबली मचा दी है। सरकार के दावे के बाद सत्ता पक्ष और विपक्ष में जमकर बयानबाजी हो रही है। शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के नेता आदित्य ठाकरे ने भी पहली बार इस मुद्दे पर अपनी राय रखी है। मीडिया से बातचीत में आदित्य ठाकरे ने लव जिहाद के मुद्दे पर सरकार पर जमकर निशाना साधा।
‘सरकार समाज में रंजिश पैदा कर रही है’
आदित्य ने कहा कि सरकार की कोशिश है कि अलग-अलग धर्मों और जातियों में तकलीफ पैदा हो। उन्होंने कहा, ‘सरकार को रंजिश पैदा करना है। जब केंद्र और राज्य में बीजेपी की सरकार है तो हिंदू खतरे में कैसे? जब हमारी सरकार थी तब ऐसे मोर्चे नहीं निकलती थे। अब जब गद्दारों की सरकार है तब ऐसे विषय क्यों सामने आ रहे हैं। सरकार कश्मीर जाए, वहां लोगों की हालत जाने क्योंकि वहां असली तकलीफ है।’
ED की कार्रवाई पर भी बोले आदित्य ठाकरे
केंद्रीय जांच एजंसियों द्वारा विपक्ष के नेताओं पर हो रही कार्रवाई के मुद्दे पर भी आदित्य ने मोदी सरकार पर निशाना साधा।उन्होंने कहा कि पहले लोगों को लगता था कि अगर कोई कार्रवाई हो रही है तो उसमें शायद सच्चाई होगी लेकिन अब यह पैटर्न बन चुका है। ठाकरे ने कहा कि देश भर में यह पैटर्न बन चुका है कि कोई भी सरकार के खिलाफ हो तो उस पर कार्रवाई होती है। उन्होंने कहा कि यह हमारे देश के लिए और लोकतंत्र के लिए बेहद घातक है।
क्या है वह बयान जिस पर मचा है बवाल
महाराष्ट्र विधानसभा में महिला और बाल विकास मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा ने कहा था कि लव जिहाद के विरोध में महाराष्ट्र के हर जिले में 50-50 हजार की भीड़ निकल रही है, और यह अपने आप नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा था कि राज्य की जनता के मन में आग लगी हुई है, क्योंकि पूरे महाराष्ट्र में लव जिहाद के 1 लाख से ज्यादा मामले सामने आए हैं जिससे पूरा समाज व्यथित है। मंत्री ने कहा था कि राज्य में फिर कोई श्रद्धा वालकर न हो, यह राज्य सरकार की जिम्मेदारी है।