मुंबई। बकरीद को लेकर पिछली बार की तरह इस बार भी महाराष्ट्र की राजनीति एक बार फिर से गरमा गई है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महाविकास अघाड़ी सरकार को समर्थन दे रहे समाजवादी पार्टी के विधायक अबू आजमी ने आरोप लगाया है कि वे मुख्यमंत्री से कई बार बकरीद को लेकर गाइडलाइन जारी करने की मांग कर चुके हैं लेकिन मुख्यमंत्री न तो उनका फोन उठा रहे हैं और न ही उनके भेजे हुए संदेश का जवाब दे रहे हैं।
मुख्यमंत्री पर आरोप लगाते हुए अबू आजमी ने कहा कि, "उद्धव ठाकरे और आदित्य ठाकरे को कई बार फोन कर चुका हूं, मैसेज भेज चुका हैं, वॉइस मैसेज भी भेजकर कहा हैं की बकरीद के लिए जल्द गाइडलाइन्स बनाए, लेकिन मुख्यमंत्री ना तो उनका फोन उठाते हैं और ना ही उनके मैसेज पर कोई रिप्लाई सरकार की तरफ से आ रहा है।
अबू आजमी ने आगे कहा, "सरकार गठन के वक्त जब मैने समर्थन दिया था तब मैं मंत्रीपद मांग सकता था लेकिन मैंने नहीं मांगा, शरद पवार हो या अजित पवार, बहुत व्यस्त रहने के बावजूद ये दोनो फौरन मिलते हैं और हमारी बात सुनते हैं, सरकार बनाते वक्त जब जरूरत थी शिवसेना वाले फोन करते थे, शिवसेना के नेता मिलने के लिए भी बुलाते थे, लेकिन अब जरूरत खत्म हो गई तो हमें पूछते नहीं है, मैं इसकी शिकायत शरद पवार से करूंगा।"
अबू आजमी ने मांग करते हुए कहा कि महाराष्ट्र सरकार ने जैसे गणपति उत्सव के लिए गाइडलाइन जारी करते हुए अनुमति दी थी, उसी तरह बकरीद के लिए भी अनुमति दें। उन्होंने कहा कि सरकार ने अभी तक बकरीद के लिए किसी तरह के दिशा निर्देश जारी नहीं किए हैं। अबू आजमी ने कहा कि सरकार ने गणपति उत्सव के लिए 70 दिन पहले गाइडलाइन जारी कर दीं, लेकिन बकरीद के लिए 21 दिन बचे हैं और अभी तक कोई गाइडलाइन जारी नहीं हुई हैं। इस साल बकरीद 21 जुलाई को है।
पिछले साल भी बकरीद के मौके पर बकरों की खुली मंडी लगाने पर रोक लगा दी थी और सिर्फ ऑनलाइन बकरे बेचने की अनुमति दी थी। उस समय भी समाजवादी पार्टी ने उद्धव ठाकरे सरकार से नाराजगी जताई थी। इस साल अभी तक महाराष्ट्र सरकार ने बकरीद को लेकर दिशा निर्देश जारी नहीं किए हैं, हालांकि उद्धव सरकार के मंत्री असलम शेख ने 3 दिन पहले कहा था कि सरकार जल्दी ही बकरीद को लेकर गाइडलाइन जारी कर देगी।