मुंबई। महाराष्ट्र में पिछले तीन दिनों से जारी बारिश से आम जन-जीवन व्यस्त हो गया है। भारी बारिश की वजह से जहां एक तरफ कई लोगों की मौत हुई है वहीं दूसरी तरफ अब लोगों में जीव-जंतुओं का खतरा बना हुआ है। महाराष्ट्र में भारी बारिश के बाद कृष्णा नदी का जलस्तर बढ़ने के बाद सांगली जिले की सड़कों पर मगरमच्छ देखा गया। सड़क पर मगरमच्छ देखकर लोगों में दहशत फैल गई है। एक तरफ जहां बाढ़ से प्रभावित चिपलुन, खेड और महाड जैसे शहरों के लोग इस आपदा से उबरने का प्रयास कर रहे हैं। वहीं, प्रशासन के समक्ष जल एवं बिजली आपूर्ति बहाली के साथ ही प्रभावित इलाकों के लोगों के लिए भोजन और दवाओं का प्रबंध करना चुनौती बना हुआ है।
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने रविवार को बताया कि महाराष्ट्र के तटीय क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण हुईं भूस्खलन की घटनाओं के बाद 73 शव बरामद किए गए हैं और 47 लोग लापता हैं। महाराष्ट्र के सांगली ज़िले के वालवा में बाढ़ के हालात के बीच एनडीआरएफ की टीम राहत कार्य में जुटी है। भारी बारिश के बाद बाढ़ और भूस्खलन से महाराष्ट्र के कई जिलों में जनजीवन बेहाल है। बाढ़ और बारिश से जुड़ी घटनाओं में अब तक 112 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।
राज्य में 1 लाख 35 हजार से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया
राज्य सरकार के शनिवार तक अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, महाराष्ट्र के पुणे और कोंकण क्षेत्र में पिछले तीन दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश और कुछ इलाकों में हुईं भूस्खलन की घटनाओं में मरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर शनिवार को 112 हो गयी। इनमें से 52 लोगों की मौत अकेले तटीय रायगढ़ जिले में हुई। राज्य में 1,35,313 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है जिनमें से सांगली जिले के 78,111 और कोल्हापुर जिले के 40,882 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
सातारा में लापता लोगों की तलाश जारी, मुंबई-बेंगलुरु राजमार्ग बाधित
महाराष्ट्र के सातारा जिले में रविवार को बारिश की तीव्रता कम हुई और अधिकारियों ने भूस्खलन की घटनाओं के बाद लापता हुए लोगों की तलाश में अभियान चलाया है। वहीं, पड़ोसी कोल्हापुर के जलमग्न होने के कारण मुंबई-बेंगलुरु राजमार्ग पर यातायात ठप है। अधिकारियों ने बताया कि पश्चिमी महाराष्ट्र के सातारा में बारिश से संबंधित घटनाओं में मृतकों की संख्या बढ़कर शनिवार को 28 हो गयी और कम से कम 14 लोग लापता हैं। उन्होंने बताया कि शनिवार रात तक अंबेघर गांव में भूस्खलन के बाद वहां से 11 शव बरामद किए गए, छह शव मीरगांव और चार शव ढोकावाले गांव से बरामद किए गए। इसके अलावा सातारा जिले में बारिश से संबंधित अन्य घटनाओं में सात लोगों की मौत हो गयी।
देश के मैदानी और पहाड़ी इलाकों में 25 जुलाई से भारी बारिश की संभावना
भारी बारिश से बेहाल महाराष्ट्र और गोवा को आने वाले दिनों में इससे राहत मिलने की उम्मीद है क्योंकि भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने शनिवार को कहा कि देश के पश्चिमी तटीय इलाकों में मानसून के कमजोर पड़ने की संभावना है। आईएमडी ने कहा कि 26-28 जुलाई के दौरान हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और पश्चिम उत्तर प्रदेश में भारी बारिश होने की उम्मीद है जबकि 27 और 28 जुलाई को पंजाब और पूर्वी उत्तर प्रदेश में बारिश होने की संभावना है। 27 और 28 जुलाई को हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भी भारी बारिश की संभावना है।