महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। यहां नेवासा तहसील के वाकडी नामक गांव में एक बिल्ली को बचाने की कोशिश में 5 लोगों की मौत हो गई। मंगलवार शाम को यह घटना घटी थी और रात 2 बजे के करीब पाचों शव कुएं से निकाले गए। मरने वालों में एक ही परिवार के 4 लोग शामिल है।
सालों से बंद कुएं में गिरी थी बिल्ली
दरअसल, बायोगैस के गड्ढे में एक बिल्ली गिर गई थी। गांव वालो के मुताबिक उसे बचाने गया व्यक्ति जब ऊपर नहीं आया तो उसे बचाने दूसरे उतरे और इस तरह 6 लोग बायोगैस के गहरे गड्ढे में फंस गए। बड़ी मुश्किल से एक को जिंदा बचाया जा सका बाकी 5 की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि गोबर से भरे बायोगैस के गड्ढे में फंसने सभी की मौत हो गई। एक युवक जब बायोगैस के गड्ढे में गिरी बिल्ली को बचाने के लिए कूदा। उसे डूबता देख एक के बाद एक छह लोग बचाने के प्रयास में कुएं में डुब गए। गोबर से भरे बायोगैस के गड्ढे में जहरीली गैस के कारण दम घुटने से इन पांचों की मौत हो गई।
जानकारी के मुताबिक ये हादसा कल हुआ था और देर शाम तक लोगों को बाहर निकालने की कोशिश होती रही थी। आपातकालीन व्यवस्था नहीं होने से राहतकार्य में बाधा आ रही थी इसलिए घटना के 10 घंटे बाद पाचों के शव गड्डे से बाहर निकाले गए। पुलिस और तहसीलदार मौके पर पहुंच कर जरूरी कार्यवाही में जुटे हैं।
मृतकों के नाम-
1. माणिक गोविंद काले (उम्र 65 साल)
2. संदीप माणिक काले (उम्र 36 साल)
3. बबूल अनिल काले (उम्र 28)
4. अनिल बापुराव काले (उम्र 53)
5. बाबासाहेब गायकवाड (काले परिवार के यहां मजदूर, उम्र 36 साल )
नेवासा पुलिस स्टेशन के पुलिस निरीक्षक धनंजय जाधव ने कहा, "एक बिल्ली गड्ढे में गिर गई और एक व्यक्ति उसे बचाने के लिए नीचे उतरा लेकिन अंदर कीचड़ में फंस गया। उसे बचाने के लिए, पांच अन्य लोग एक के बाद एक नीचे उतरे और अंदर फंस गए।" उन्होंने बताया कि सक्शन पंपों के साथ एक बचाव दल मौके पर पहुंच गया था और एक व्यक्ति को बचा लिया गया है।
(रिपोर्ट- मनोज गाडेकर)