रेलवे के खाने की बुराई तो आम तौर पर यात्री करते ही रहते हैं। लेकिन अब रेलवे का खाना खाकर फूड पॉइजनिंग का मामला सामने आया है। आपको बता दें कि फूड पॉइजनिंग 1 या 2 यात्रियों को नहीं बल्कि पूरे 40 यात्रियों को हुई है। चेन्नई से पुणे आने वाली भारत गौरव यात्रा ट्रेन में रेलवे द्वारा दिए गए खाने की वजह से इन 99 यात्रियों का पुणे स्टेशन पर ट्रेन को लगभग एक घंटे तक रोककर इलाज किया गया। आइए जानते हैं पूरा मामला।
उल्टी-दस्त की शिकायत
दरअसल, चेन्नई से पालिताना जाने वाली ट्रेन भारत गौरव यात्रा एक्सप्रेस ट्रेन में यात्रियों ने खाना खाने के बाद से ही असहज महसूस किया। बताया जा रहा है कि कई यात्रियों ने खाना खाने के बाद उल्टी और दस्त की शिकायत की। धीरे-धीरे कई यात्रियों ने एक जैसी शिकायत की। इसके बाद महौल बिगड़ गया। लोगों ने आरोप लगाया कि खराब भोजन के चलते उनकी तबियत बिगड़ी।
प्रशासन ने अस्पताल भेजा
यात्रियों की तबीयत खराब होने की शिकायत मिलते ही रेलवे प्रशासन ने मोर्चा संभाल लिया। रेलवे की ओर से तुरंत सभी 99 यात्रियों की प्राथमिक जांच पुणे रेलवे स्टेशन पर कराई गई। यहां रेलवे के 15 डॉक्टर और नर्सों, निजी अस्पतालों के 13 डॉक्टर और नर्सों, NGO के आठ लोगों ने इन सभी पीड़ितों का इलाज किया। रेलवे ने बताया कि इस दौरान पुणे स्टेशन के प्लेत्फोर्ण नंबर 2 पर गाड़ी को 52 मिनट तक रोका गया। वहीं स्टेशन पर सभी को दावा दी गई और इसके बाद उसी ट्रेन से यात्रियों ओके रवाना कर दिया गया।
सुप्रिया सुले ने की जांच की मांग
भारत गौरव यात्रा एक्सप्रेस में हुई इस घटना को लेकर एनसीपी सुप्रिया सुले सवाल उठाए हैं। उन्होंने लिखा कि भारत गौरव ट्रेन में एक चिंताजनक घटना सामने आई, जहां 99 यात्रियों को फूड प्वाइजनिंग का शिकार होना पड़ा। यदि प्रभावित भोजन का स्रोत रेलवे सेवाओं में पाया जाता है, तो इसकी गहन जांच जरूरी है और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ तुरंत उचित कार्रवाई की जानी चाहिए। सुले ने केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से मामले को अत्यंत गंभीरता से देखने और यात्रियों की भलाई की सुरक्षा के लिए त्वरित समाधान सुनिश्चित करने की अपील की है।
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