मुंबई: महाराष्ट्र में शुक्रवार को कोविड-19 के 4,132 नए मामले आए जिससे राज्य में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 17,40,461 हो गयी। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि संक्रमण के कारण राज्य में 127 और लोगों की मौत होने से मृतकों की संख्या 45,809 हो गयी है। अधिकारी ने बताया कि इस दौरान स्वस्थ हुए 4,543 मरीजों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी। राज्य में 16,09,607 लोग संक्रमण को मात दे चुके हैं। वर्तमान में 84,082 मरीज उपचाराधीन हैं।
भारत में कोरोना वायरस उपचाराधीन रोगियों की संख्या 4 लाख 85 हजार से कम हुई
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि भारत में कोविड-19 उपचाराधीन रोगियों की संख्या लगातार तीसरे दिन पांच लाख से कम रही। देश में फिलहाल 4,84,547 लोग वायरस से संक्रमित हैं, जो अब तक संक्रमित पाए गए लोगों की कुल संख्या के 5.55 प्रतिशत हैं। मंत्रालय ने कहा कि नए रोगियों के मुकाबले अधिक लोगों के ठीक होने के चलते ऐसा संभव हो पाया है। 24 घंटे के दौरान संक्रमण के 44,879 मामले सामने आए हैं जबकि इतनी ही समयावधि में 49,079 लोग संक्रमण मुक्त हुए हैं।
देश में नए मामलों के मुकाबले अधिक लोगों के ठीक होने का दौर जारी है। मंत्रालय ने कहा कि आज 41वें दिन ठीक होने वाले रोगियों की संख्या नए रोगियों की संख्या से अधिक रही। मंत्रालय ने कहा कि देश में अब तक संक्रमण से उबरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 81,15,580 हो गई है। इस लिहाज से भारत में संक्रमण से ठीक होने की दर फिलहाल 92.97 प्रतिशत है।
मंत्रालय के अनुसार, ''ठीक हो चुके लोगों और अभी भी संक्रमित लोगों की संख्या में अंतर लगातर बढ़ता जा रहा और फिलहाल यह अंतर 76,31,033 है।'' मंत्रालय ने कहा कि बीते एक दिन में जितने लोग कोरोना वायरस मुक्त हुए हैं, उनमें से 77.83 प्रतिशत लोग 10 राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों से हैं। महाराष्ट्र में एक दिन में सबसे अधिक 7,809 लोग संक्रमण से मुक्त हुए हैं, जिसके बाद राज्य में ठीक हो चुके लोगों की कुल संख्या 16,05,064 हो गई।
मंत्रालय ने कहा कि संक्रमण के जितने नए मामले सामने आए हैं, उनमें से 76.25 प्रतिशत मामले 10 राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों से सामने आए हैं। बीते 24 घंटे में दिल्ली में संक्रमण के सबसे अधिक 7,053 मामले सामने आए हैं। केरल में 5,537 और महाराष्ट्र में 5,537 नए मामले सामने आए हैं। मंत्रालय ने कहा कि 24 घंटे के दौरान 567 रोगियों की मौत हुई है, जिनमें से करीब 80 प्रतिशत (79.34 प्रतिशत) मौतें दस राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों में हुई है। महाराष्ट्र में सबसे अधिक 122 यानी 22.3 प्रतिशत लोगों की मौत हुई है। दिल्ली में 104 जबकि पश्चिम बंगाल में 54 रोगियों की जान चली गई है।