मुंबई: महाराष्ट्र में आफत की बारिश का बड़ा कहर टूटा है। बारिश से हुए लैंडस्लाइड में रायगड में 37 लोगों की मौत हो गई है। रायगड के तलाई में 32 लोगों की मौत हुई है जबकि साखर सुतार वाड़ी में भी 4 लोगों की मौत हुई है। अब भी कई लोग मलबे के अंदर दबे हुए हैं। मौके पर 13 एम्बुलेंस और रेस्क्यू व्हीकल मौजूद हैं। इसके अलावा NDFR और SDFR की टीम बचाव और राहत कार्य में जुटी है। ये इलाका दुर्गम पहाड़ी वाला है जिससे बचाव में दिक्कत हो रही है। पूरे इलाके में अब भी तेज बरसात हो रही है ऐसे में आसपास के गांवों के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। अब भी इस इलाके में बहुत तेज बरसात चालू है जिसके कारण बचाव कार्य में दिक्कत हो रही है।
महाराष्ट्र में आई इस आपदा को लेकर शिवसेना सांसद अरविंद सावंत ने केंद्रीय गृहराज्य मंत्री नित्यानंद राय को चिट्ठी लिखकर महाराष्ट्र के बाढ़ प्रभावित रत्नागिरी और कोल्हापुर में NDRF की और टीमें भेजने की मांग की है। वहीं शिवसेना और एनसीपी के सांसद आज गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात करेंगे।
महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा संकट रत्नागिरी जिले के चिपलून में आया है। हालात ये है कि लोग पलायन करने लगे हैं। लोगों के घर पूरी तरह से डूब चुके हैं। चिपलून में गांव से लेकर शहर तक त्राहिमाम मचा हुआ है। चिपलून के मोरजोली गांव में इतना पानी भरा है कि 56 लोगों को रेस्क्यू करके बाहर निकालना पड़ा है। पिछले 50 घंटों से बारिश का पानी पूरे शहर को डुबोए है। कहीं बैंक डूबे हैं तो कहीं पूरी कॉलोनी डूब गई है। सड़कों पर अभी भी तीन से चार फीट पानी भरा है। चिपलून में सैलाब के अटैक से कई गाड़ियां भी बर्बाद हो चुकी हैं।