महाराष्ट्र से एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आ रही है। यहां के बुलढाना जिले में सैकड़ों लोगों का इलाज सड़क किनारे किया जा रहा है। बता दें कि बुलढाना के सोमठाना गांव में एक धार्मिक आयोजन था, इसी दरमियान लोगों को प्रसाद वितरित किया गया। प्रसाद खाने के बाद करीब-करीब सभी को उलटियां होनी शुरू हो गईं। इसके बाद कई वाहनों से इन्हें अस्पताल भेजा गया, पर यहां व्यवस्था न होने के कारण 300 से भी ज्यादा लोगों का इलाज अस्पताल के बाहर खुली सड़क पर किया गया।
धार्मिक कार्यक्रम में लोग हुए बीमार
जानकारी के मुताबिक, प्रसाद खाने के कारण 300 से ज्यादा लोग फूड प्वॉइजनिंग का शिकार हो गए, जिसमें पुरुष और महिलाओं के साथ बच्चे भी हैं। ये मामला जिले के लोनार तहसील के सोमठाना नामक गांव का है, यहां के मंदिर में एक धार्मिक कार्यक्रम चल रहा था। रात 8 बजे मंदिर में प्रसाद लेने के लिए सोमठाना और पड़ोस के खापरखेड़ गांव के भक्त प्रसाद खाने आए, प्रसाद खाने के कुछ ही देर बाद सभी भक्तों को पेट दर्द के बाद उल्टियां शुरू हो गईं।
300 से 400 लोगों को फूड प्वॉइजनिंग
मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस और प्रशासन वाहनों से बीबी नामक गांव के ग्रामीण अस्पताल में लेकर आई। आलम ये थी कि अस्पताल के बाहर खुली जगह भी मरीजों से खचाखच भर गई थी। बीबी गांव के स्थानीय ग्रामीण ने बताया की 300 से 400 लोगों को फूड प्वॉइजनिंग हुई है, बहुत से मरीजों को मेहकर और लोणार के सरकारी अस्पताल भेजा गया है। अभी हालत खतरे से बाहर है, 200 से करीब लोगों का इलाज कर छुट्टी दे दी गई है। वहीं, जिला प्रशासन घटनास्थल पर मौजूद है। साथ ही जिलाधिकारी ने पुलिस और फूड एंड ड्रग्स के अधिकारी को इस पूरे मामले की जांच करने के आदेश दे दिए हैं।
(रिपोर्ट- गणेश सोलंकी)
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