मुंबई: महाराष्ट्र सीआईडी ने 2 साधुओं और उनके ड्राइवर की भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या किए जाने के मामले में 208 नए अभियुक्तों को नामित किया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, सीआईडी ने इनमें से 50 को गिरफ्तार गिरफ्तार भी कर लिया है। अधिकारियों ने मुंबई में बुधवार को कहा कि 16 अप्रैल को 2 साधुओं समेत 3 लोगों की लिंचिंग के मामले में यह कार्रवाई की गई है। उनके वकील अमृत अधिकारी ने बताया, ‘इस मामले में 11 किशोर आरोपियों के साथ ही कुल 366 अभियुक्त हैं, जिनमें से बुधवार को गिरफ्तार किए गए 50 अन्य लोगों को गुरुवार को दहानू कोर्ट में पेश किया जाएगा।’
कुल 11 नाबालिग समेत 366 आरोपी गिरफ्तार
अमृत अधिकारी ने बताया कि इस मामले में 366 कुल 11 किशोर आरोपियों सहित 366 को अब तक गिरफ्तार कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि गिरफ्तार किए गए 50 अन्य लोगों को गुरुवार को दहानू कोर्ट में पेश किया जाएगा। अधिकारी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए 62 आरोपियों की जमानत याचिका पर गुरुवार को ठाणे सत्र न्यायालय में विशेष सत्र न्यायाधीश पी. पी. जाधव की ओर से सुनवाई की जाएगी। एक अधिकारी ने कहा कि संयोग से 366 अभियुक्तों में से अब तक 28 वयस्क और 9 नाबालिगों को डिफॉल्ट जमानत पर रिहा किया गया है, क्योंकि सीआईजी आरोप पत्र (चार्जशीट) में सबूतों की कमी के कारण अपराध में उनकी सटीक भागीदारी सुनिश्चित नहीं हो सकी।
बच्चा चोर होने के संदेह में की थी हत्या
गौरतलब है कि पालघर के गढ़चिंचले गांव में 16 अप्रैल को जून अखाड़ा के दो साधुओं और उनके वाहन चालक की भीड़ ने बच्चा चोर होने के संदेह में पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। भीड़ में करीब एक हजार लोग शामिल थे। ये तीनों कोरोना वायरस महामारी के चलते लागू लॉकडाउन के बीच सूरत में एक अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए जा रहे थे। तीनों गांव से गुजर रहे थे, इसी दौरान भीड़ ने उन पर हमला कर दिया था। घटना के बाद उठे आक्रोश को देखते हुए सरकार ने पालघर जिला पुलिस प्रमुख गौरव सिंह को भी अवकाश पर भेज दिया था। (IANS)