मध्य प्रदेश के ग्वालियर में तीन मंजिला मकान में आग लगने से पिता के साथ दो बेटियां जिंदा जल गईं। आग लगने की जानकारी मिलने पर दमकल की टीम मौके पर पहुंची। काफी मेहनत के बाद आग पर काबू भी पा लिया गया, लेकिन तब तक सब कुछ खत्म हो चुका था। इस हादसे में जान गंवाने वाले तीनों लोगों के शव अस्पताल भेज दिए गए हैं। पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों को सौंपा जाएगा।
ग्वालियर शहर में बहोड़ापुर थाना इलाके के कैलाश नगर में विजय गुप्ता अपने परिवार के साथ रहते थे। तीन मंजिला मकान में ग्राउंड फ्लोर में सूखे मेवे का गोदाम था। वहीं, ऊपर के फ्लोर में विजय गुप्ता का परिवार रहता था। उनके परिवार में विजय के अलावा उनकी पत्नी, दो बेटियां और एक बेटा था। हालांकि, अब विजय और उनकी दोनों बेटियों की मौत हो चुकी है।
गुरुवार तड़के हुआ हादसा
विजय की पत्नी बेटे के साथ मायके गई हुई थी। ऐसे में वह अपनी दोनों बेटियों के साथ घर में सोए हुए थे। गुरुवार सुबह 4 बजे के करीब शॉर्ट सर्किट के कारण उनके घर में आग लग गई। चश्मदीदों के अनुसार आग वहीं लगी थी, जहां से घर से बाहर निकलने का रास्ता था। ऐसे में भीषण आग लग जाने से घर के अंदर सो रहे पिता और दो बेटियों की दम घुटने से मौत हो गई। आग लगने की सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर पहुंचीं, लेकिन बड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। मकान से पिता और दो बेटियों के शव दीवार तोड़कर बाहर निकाले गए। तीनों शवों को पोस्टमार्टम हाउस भेजा गया।
गोदाम के चलते भड़की आग
ग्राउंड फ्लोर पर ड्राई फ्रूट के गोदाम के चलते आग और भीषण हो गई। लगभग 8 गाड़ी पानी डाल कर आग पर काबू पाया गया। घटना के समय घर के अंदर पिता विजय गुप्ता और दो बेटी यशिका (14 साल) और आइश्का (17 साल) सो रहे थे, जिनकी दम घुटने से मौत हो गई। मृतक की पत्नी और बेटा अपनी नानी के यहां थे। घटना सुबह लगभग 4 बजे के आसपास की है और आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है।
(ग्वालियर से भूपेंद्र भदौरिया की रिपोर्ट)
यह भी पढ़ें-
एक ट्रेन में महिला के 2 हाथ-2 पैर मिले, दूसरे ट्रेन में मिला शरीर का बाकी हिस्सा, शव की हुई शिनाख्स