मध्य प्रदेश के जबलपुर से एक दर्दनाक घटना सामने आई है। यहां के संजीवनी नगर इलाके में रविवार शाम एक सुनसान पड़े घर में आग लगने से कम से कम 10 कुत्तों की जलकर मौत हो गई। पुलिस ने सोमवार को इस घटना की जानकारी दी और बताया कि आग के दौरान घर में कोई व्यक्ति मौजूद नहीं था। हालांकि, दो अन्य कुत्तों को सुरक्षित बचा लिया गया।
घटना के वक्त घर में कोई नहीं था
संजीवनी नगर थाने के सहायक उपनिरीक्षक, राजेंद्र पटेल ने बताया कि यह घटना रविवार शाम को हुई। घर का किराएदार काजल कुंडू नाम की महिला थी और घटना के वक्त वह घर में मौजूद नहीं थी। स्थानीय थाना प्रभारी बीडी द्विवेदी ने इस मामले में कहा कि आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है और पुलिस पूरी घटना की तफ्तीश कर रही है।
अधिकारी ने कहा कि जब घर में आग लगी, तब घर में कोई मौजूद नहीं था, लेकिन उसमें रह रहे कुत्तों को वक्त रहते बाहर नहीं निकाला जा सका। हालांकि, दो कुत्तों को बचा लिया गया, लेकिन अन्य कुत्तों की जान नहीं बचाई जा सकी। स्थानीय लोगों ने आग की सूचना पुलिस और दमकल विभाग को दी और घटना स्थल पर पहुंचने के बाद आग को बुझाया गया।
शख्स ने 5 पिल्लों की ली थी जान
एक अन्य खबर में, एक महीने पहले मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर जिले में 50 वर्षीय एक व्यक्ति ने कुत्ते के पांच पिल्लों को गत्ते के डिब्बे में कथित तौर पर भरकर ग्राम पंचायत भवन के परिसर में फेंक दिया, जिससे उनकी मौत हो गई थी। मेहरागांव गांव के रहने वाले फूला कहार के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई। पशु क्रूरता की यह घटना उस समय सामने आई, जब ग्राम पंचायत की सरपंच माया विश्वकर्मा ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। शिकायत मिलने पर भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 325 (पशु को मारने या अपंग करने की शरारत) के तहत आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। (भाषा इनपुट के साथ)
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