मध्य प्रदेश के सिवनी से हैरान कर देने वाली दर्दनाक खबर सामने आई है। यहां पुलिस ने बीते हफ्ते 60 से ज्यादा गोवंश की हत्या करने के मामले में कुल 24 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने शुक्रवार को इस बात की जानकारी दी है। ध्यान देने वाली बात ये है कि इन गोवंश को सांप्रदायिक उन्माद फैलाने के लिए मारने की साजिश रची गई थी। पकड़े गए आरोपियों में 8 लोग महाराष्ट्र के नागपुर के हैं। आइए जानते हैं इस पूरी साजिश के बारे में।
क्या है पूरा मामला?
पुलिस ने बताया है कि कुछ ही दिनों पहले सिवनी के पिंडराई गांव के पास वैनगंगा नदी में 18 गायों के कटे हुए शव मिले थे। इसके अलावा काकरतला वन क्षेत्र में 19 और 20 जून को 28 गायों और बैलों के शव मिले थे। इस अपराध में सिवनी के स्थानीय निवासी शामिल पाए गए हैं। आरोपियों को पैसे के बदले में गोवंश को मारने काम दिया गया था।
पड़ताल में क्या पता चला?
घटना की गंभीरता को समझते हुए भोपाल में पुलिस मुख्यालय भी सक्रिय था और इस अमानवीय कृत्य में शामिल लोगों की गिरफ्तारी करने का निर्देश दिया था। पहले इस मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ मध्य प्रदेश गोवंश वध प्रतिषेध अधिनियम, 2004 और पशु क्रूरता निवारण अधिनियम, 1960 के तहत मामला दर्ज किया गया। इसके बाद पुलिस ने वाहिद खान और उसके छह साथियों को गिरफ्तार किया। जब इन से पूछताछ हुई तो वाहिद खान ने बताया कि नागपुर के इसरार अहमद ने उसे गोवंश की हत्या करने के लिए मोटी रकम दी थी।
सांप्रदायिक उन्माद भड़काना चाहते थे
इसरार और उसके साथी 17 जून को सिवनी पहुंचे थे और कई अन्य लोगों को भी अपने साथ मिला लिया। जब पुलिस ने इसरार को गिरफ्तार किया तो उसने बताया कि सने अपने साथियों की मदद से गायों को मारने की योजना बनाई थी। पुलिस ने बताया कि इन पशुओं की हत्या सांप्रदायिक उन्माद भड़काने के उद्देश्य से की गई। (इनपुट: भाषा)
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