भोपाल: मध्य प्रदेश के विभिन्न अभयारण्यों में एक सफेद बाघिन समेत तीन बाघों की मौत हो गयी। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। अधिकारियों ने कहा कि रीवा जिले के मुकुंदपुर व्हाइट टाइगर सफारी में एक सफेद बाघ की मौत हो गई जबकि उमरिया जिले के बांधवगढ़ बाघ अभयारण्य (बीटीआर) और सिवनी जिले के पेंच बाघ अभयारण्य (पीटीआर) के मुख्य क्षेत्र में क्रमशः एक बाघ और एक शावक की मौत हो गई।
बीटीआर के क्षेत्र निदेशक लवित भारती ने बताया कि दो दिन पहले पानीपथा बफर जोन में करीब 10-12 साल के बाघ का क्षतविक्षत शव मिला था। मंडल वन अधिकारी विपिन पटेल ने बताया कि रीवा जिले के मुकुंदपुर स्थित व्हाइट टाइगर सफारी में विंध्या नाम की 16 वर्षीय सफेद बाघिन की लंबी बीमारी के बाद मौत हो गई। उन्होंने कहा कि बाघिन ने पिछले कुछ दिनों से भोजन करना बंद कर दिया था और मंगलवार तड़के उसकी मौत हो गई।
उन्होंने कहा कि 2016 में जब मुकुंदपुर सफारी और चिड़ियाघर की स्थापना की गई थी, तब विंध्या यहां पहली वन्य जीव थी। पीटीआर के उपनिदेशक रजनीश सिंह ने बताया कि रिजर्व के करमझिरी कोर इलाके से मंगलवार सुबह 7-8 महीने के एक शावक के शव के अवशेष मिले हैं। उन्होंने कहा कि शावक की मौत शक्तिशाली बाघ के साथ क्षेत्रीय लड़ाई के कारण हुई होगी क्योंकि ज्यादातर शव खाया हुआ पाया गया था। शावक का जन्म पटदेव बाघिन से हुआ था। उन्होंने कहा कि दो अन्य शावक स्वस्थ हैं और अपनी मां के साथ हैं।