इंदौर: कोरोना प्रोटोकॉल नहीं मानने वाले लोगों को कड़ा संदेश देने के लिए यहां बृहस्पतिवार से अस्थायी जेल की नयी व्यवस्था शुरू की गई। सार्वजनिक स्थलों पर बगैर मास्क के घूम रहे लोगों को एहतियातन गिरफ्तार कर इस जेल में भेजा जा रहा है। जेल विभाग के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। केंद्रीय जेल के अधीक्षक राकेश कुमार भांगरे ने बताया कि प्रशासन के आदेश पर स्नेहलतागंज क्षेत्र में एक समुदाय के गेस्ट हाउस को अस्थायी जेल बनाया गया है। उन्होंने बताया, "अस्थायी जेल में 15 कर्मचारियों की तैनाती की गई है और कैदियों पर निगाह रखने के लिए सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं।" भांगरे ने बताया कि घनी आबादी वाले खजराना क्षेत्र के वे 20 लोग अस्थायी जेल के शुरूआती कैदी बने जो मास्क पहने बगैर सार्वजनिक स्थलों पर घूम रहे थे।
जेल अधीक्षक ने बताया कि इन लोगों को पुलिस ने दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 151 (संज्ञेय अपराध घटित होने से रोकने के लिए की जाने एहतियातन गिरफ्तारी) के तहत गिरफ्तार किया। इंदौर, मध्य प्रदेश में कोविड-19 से सबसे ज्यादा प्रभावित जिला है। स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि करीब 35 लाख की आबादी वाले जिले में 24 मार्च 2020 से लेकर इस साल 31 मार्च तक कोरोना वायरस संक्रमण के कुल 70,309 मरीज मिले हैं। इनमें से 962 लोगों की इलाज के दौरान मौत हो चुकी है।
वहीं, भारत में एक दिन में कोविड-19 के 72,330 नए मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 1,22,21,665 हो गई। इस वर्ष सामने आए संक्रमण के ये सर्वाधिक मामले हैं। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी किए गए आंकड़ों में यह जानकारी दी गई। इससे पहले 11 अक्टूबर 2020 को एक दिन में 74,383 नए मामले सामने आए थे। आंकड़ों के अनुसार, 459 और मरीजों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 1,62,927 हो गई। करीब 116 दिन बाद एक दिन में संक्रमण से मौत के इतने अधिक मामले सामने आए हैं।
आंकड़ों के अनुसार, पिछले 22 दिनों से लगातार बढ़ते नए मामलों के साथ ही उपचाराधीन मरीजों की संख्या भी बढ़कर 5,84,055 हो गई, जो कुल मामलों का 4.78 प्रतिशत है। इस साल 12 फरवरी को उपचाराधीन मरीजों की संख्या सबसे कम 1,35,926 थी, जो तब के कुल मामलों का 1.25 प्रतिशत थी। देश में अभी तक कुल 1,14,74,683 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं और मरीजों के ठीक होने की दर 93.89 प्रतिशत है। वहीं, कोविड-19 से मृत्यु दर 1.33 प्रतिशत है।
देश में पिछले साल सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितम्बर को 40 लाख से अधिक हो गई थी। वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितम्बर को 50 लाख, 28 सितम्बर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख, 20 नवम्बर को 90 लाख रहे और 19 दिसम्बर को ये मामले एक करोड़ के पार चले गए थे। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के अनुसार, देश में 31 मार्च तक 24,47,98,621 नमूनों की कोविड-19 संबंधी जांच की गई। इनमें से 11,25,681 नमूनों की जांच बुधवार को की गई थी।
आंकड़ों के अनुसार, देश में कोविड-19 से पिछले 24 घंटे में जिन 459 लोगों की मौत हुई, उनमें से महाराष्ट्र के 227, पंजाब के 55, छत्तीसगढ़ के 39, कर्नाटक के 26, तमिलनाडु के 19, केरल के 15, दिल्ली और उत्तर प्रदेश के 11-11 लोग थे। मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देश में वायरस से अभी तक कुल 1,62,927 लोगों की मौत हुई है, जिनमें से महाराष्ट्र के 54,649, तमिलनाडु के 12,719, कर्नाटक के 12,567, दिल्ली के 11,027, पश्चिम बंगाल के 10,329, उत्तर प्रदेश के 8,811, आंध्र प्रदेश के 7,217 और पंजाब के 6,868 लोग थे।
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