कांग्रेस सांसद राहुल गांधी इन दिनों भारत जोड़ो यात्रा पर हैं। मध्यप्रदेश में यात्रा के दौरान उन्हें इंदौर में इंदौर में जान से मारने की धमकी दी गई थी। दरअसल, इंदौर की एक मिठाई की दुकान पर एक पत्र आया था। इसमें कांग्रेस नेता राहुल गांधी को बम से उड़ाने की धमकी दी गई थी। साथ ही कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ को भी जान से मारने की बात कही गई। इस मामले में पुलिस जांच में जुटी हुई थी। राहुल गांधी को धमकी देने वाला मप्र में इंदौर के पास नागदा शहर में पकड़ा गया।
पूछताछ में आरोपी ने बताया कि मेरा कोई नहीं है। मैं अपनी मौत चाहता था, इसलिए मैंने यह कदम उठाया। 18 नवबंर को 'सपना संगीता' सिनेमाहॉल पर गुजराती स्वीट्स की दुकान पर एक धमकी भरा लेटर पहुंचा था। लेटर में एक बीजेपी विधायक के नाम के साथ तीन मोबाइल नंबर लिखे हुए थे। साथ ही एक युवक के आधार कार्ड की फोटो कॉपी थी। पुलिस शुरुआत में उसे पंजाब के करनाल से आना मान रही थी।
आधार कार्ड पर मिले नंबरों से मिला सुराग
मोबाइल नंबरों के आधार पर ज्ञानसिंह ऑटो ड्राइवर, भागीरथ और मेहताब सिंह को संदेह के आधार पर पकड़ा था। वहीं इस तरह के लेटर में धमकाने के मामले में दया सिंह उर्फ प्यारे सिंह पिता भगवान सिंह के नाम की जानकारी सामने आई थी। गुरुवार को नागदा पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया था।
होटल में खाना खाते समय पकड़ाया
नागदा थाना प्रभारी श्याम चंद्र शर्मा ने बताया कि इंदौर क्राइम ब्रांच से उन्हें एक फोटो मिला था। फोटो के आधार पर नागदा पुलिस पिछले कुछ दिनों से उसे तलाश रही थी। गुरुवार को पुलिस को दोपहर 2 बजे सूचना मिली कि इस हुलिए वाला व्यक्ति नागदा में बाईपास पर एक होटल पर खाना खा रहा है। पुलिस मौके पर पहुंची और उस व्यक्ति को पकड़कर थाने ले आई।
आरोपी बोला-जिंदगी से परेशान होकर उठाया यह कदम
आरोपी ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि उसके परिवार में कोई नहीं है। उसका यूपी वाला मकान भी टूट गया। जिंदगी से परेशान होकर मैंने धमकीभरा लेटर लिखा था।
आरोपी दयासिंह उर्फ प्यारेसिंह (70) के खिलाफ जूनी इंदौर थाने में मामला दर्ज किया गया था। आरोपी यूपी के रायबरेली का रहने वाला है। वह कॉमर्स से ग्रेजुएट है और कई वर्षों तक पंजाब के विभिन्न गुरद्वारे में लंगर बनाने का कार्य किया।