मध्य प्रदेश: सीधी पेशाब कांड का वीडियो वायरल होने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के माफी मांगने और पीड़ित दशमत रावत के पैर धोने के बाद राजनीति चरम पर है। दशमत रावत, जिस पर प्रवेश शुक्ला ने पेशाब किया था, कहा जा रहा था कि जिसका शिवराज ने पैर धोया था, वह असली पीड़ित है नहीं। इन तमाम दावों के बीच सीधी के एसपी डॉक्टर रवींद्र वर्मा ने इस दावे का खंडन किया और इसे 'भ्रामक' बताया। एसपी ने कहा, "सीधी पेशाब कांड के वायरल वीडियो के मामले में, कुछ भ्रामक दावे किए जा रहे हैं कि पीड़ित दशमत रावत नहीं था। पुलिस जांच में पुष्टि हुई कि वह व्यक्ति दशमत रावत ही था।"
देखें एसपी ने क्या कहा
इससे पहले सीधी जिले के कलेक्टर साकेत मालवीय ने भी एक वीडियो जारी कर कहा कि कुछ वीडियो वायरल हो रहे हैं कि पेशाब कांड का पीड़ित और दशमत रावत एक नहीं हैं। कलेक्टर ने कहा, "चूंकि पुलिस पहले ही मामले की जांच कर चुकी है और स्पष्टीकरण जारी कर चुकी है, इसलिए हम उन खबरों का भी खंडन कर रहे हैं जिसमें कहा जा रहा है कि सीधी पेशाब मामले के पीड़ित और दशमत रावत एक ही नहीं हैं।"
कांग्रेस ने लगाया आरोप, पूछा सवाल
वहीं, इस मामले में कांग्रेस ने दावा किया है कि जिसका सीएम शिवराज सिंह चौहान ने पैर धोया और जो व्यक्ति वायरल हो रहे वीडियो में दिख रहा, दोनों व्यक्ति अलग-अलग थे। मध्य प्रदेश कांग्रेस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से दशमत रावत की एक क्लिप साझा करते हुए दावा किया गया कि शिवराज सिंह ने उस व्यक्ति के नहीं, जिस पर पेशाब किया था, किसी और के पैर धोए। मध्य प्रदेश कांग्रेस ने लिखा, "इतनी बड़ी साजिश। मध्य प्रदेश आपको माफ नहीं करेगा।"
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