मध्य प्रदेश के नए मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बुधवार के पद और गोपनीयता की शपथ ली। इसी के साथ वो राज्य के 19वें मुख्यमंत्री बन चुके हैं। इससे पहले भाजपा विधायक दल के निर्णय से पूर्व राज्य में कई नेताओं के नाम मुख्यमंत्री के रेस में थे। इसमें एक नाम पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का भी था। शिवराज सिंह चौहान के बजाय पार्टी ने मोहन यादव को मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री घोषित किया। ऐसे में राज्य में मामा के रूप में मशहूर शिवराज सिंह चौहान के मुख्यमंत्री निवास को राज्य की जनता के लिए कई दिनों से खोलकर रखा गया है। यहां भारी संख्या में शिवराज सिंह चौहान के समर्थक महिलाएं, बेटियां व अन्य लोग आ रहे हैं और मामा के प्रति प्यार जाहिर कर रहे हैं।
शिवराज से लिपटकर रोने लगी बहनें
मुख्यमंत्री निवास में वर्तमान में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ही निवास कर रहे हैं। विगत कई दिनों से आम जनता के लिए इसे खोलकर रखा हुआ है। बड़ी संख्या में प्रदेशभर से लोग मुख्यमंत्री निवास पहुंच रहे हैं और मामा शिवराज के प्रति अपना प्यार जाहिर कर रहे हैं। बता दें कि शिवराज सिंह चौहान आज विदिशा दौरे पर पहुंचे हैं। यहां उन्हें रास्ते में लोगों ने रोक लिया और अपना प्यार जाहिर करने लगे। इस बीच मामा को मुख्यमंत्री नहीं बनाया गया, इस कारण महिलाएं व लड़कियां रोती दिखाई दीं। बता दें कि शिवराज सिंह चौहान राज्य में मामा के रूप में प्रसिद्ध हैं और अक्सर अपने संभाओं में वो लोगों को बहनों, भाईयों, भांजे-भांजियों जैसे शब्दों से संबोधित करते हैं। बता दें कि शिवराज सिंह चौहान से लिपटकर जब बहनें रोने लगी तो उन्होंने कहा कि बहनों के सम्मान के लिए और उनके लिए काम करना मेरे जीवन का मिशन है।
मोहन यादव हैं राज्य के नए मुख्यमंत्री
बता दें कि राज्य के नए मुख्यमंत्री मोहन यादव को चुने जाने के बाद पहली बार नहीं है जब मामा की बहने शिवराज सिंह चौहान से लिपटकर रोती दिख रही हैं। इससे पहले भी कई वीडियो वायरल हो चुके हैं जहां बहने शिवराज सिंह चौहान से लिपट कर रो रही हैं और उन्हें कहीं नहीं जाने देने की बात कह रही हैं। बता दें कि राज्य में नया मुख्यमंत्री मोहन यादव के रूप में मिल चुके हैं। भोपाल के मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में बुधवार के शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन किया गया। इसी दौरान जगदीश देवड़ा और राजेंद्र शुक्ल ने उप मुख्यमंत्री के पद की शपथ ली। राज्यपाल मंगूभाई पटेल ने सभी को शपथ दिलाई।