भोपाल: राज्य के कई जिलों में हुई बेमौसम बारिश ने किसानों और उनकी फसलों को बर्बाद कर दिया। उन्होंने दिन रात मेहनत करके अपने खून-पसीने से फसल को सींचा था लेकिन बारिश और ओलावृष्टि ने सब बर्बाद कर दिया। इस बर्बादी के बाद किसानों को प्रदेश सरकार से मदद की दरकार थी। सरकार ने किसानों को नउम्मीद नहीं किया है। मुख्यमंत्री ने मदद का ऐलान करते हुए कहा कि मैंने पहले ही फसल सर्वे के आदेश दे दिए हैं। हर किसान के खेत का ईमानदारी से सर्वे होगा।गेंहू, चना, मसूर, सरसों और हार्टिकल्चर सहित सभी फसलों का सर्वे होगा। किसानों को राहत देने के लिए उदारतापूर्वक सर्वे होगा और इसमें कोई कोताही नहीं होगी।
सीएम शिवराज सिंह ने खेतों में जाकर लिया जायजा
बारिश और ओलावृष्टि से मची तबाही के बाद आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सागर और विदिशा के ओलावृष्टि पीड़ित किसानों के खेतों में जायजा लेने पहुंचे थे। वहां उन्होंने बर्बाद हुई फसलों का जायज लिया और किसानों से कहा कि उनकी सरकार अन्नदाताओं के साथ है। उन्होंने किसानों को राहत देने की घोषणा करते हुए कहा कि जहां 50 फीसदी से ज्यादा कि फसलों में नुकसान है वहां किसानों को ₹32000 प्रति हेक्टेयर की दर से राहत की राशि प्रदान की जाएगी।
पशुओं की मौत पर भी मिलेगा मुआवजा
वहीं शिवराज सिंह ने बताया कि पहले पशु हानि के चलते पहले 30 हजार रुपए की सहायता राशि मिला करती थी। इसे अब बढ़ाकर 37 हजार रुपए कर दी गई है। अब गाय-भैंस की मृत्यु होने पर ₹37 हजार, भेड़-बकरी के मरने पर पशुपालक को ₹4000, बछड़ा-बछिया के लिए ₹20000, मुर्गा-मुर्गी के लिए ₹100 प्रति मुर्गा के हिसाब से सहायता राशि प्रदान की जाएगी। इसके अलावा अगर मकान की क्षति हुई है तो उसकी भी भारपाई की जाएगी।
प्रभावित किसानों से कर्ज वसूली भी की गई स्थगित
इसके साथ ही जिन किसानों की फसलों को व्यापक नुकसान हुआ है उनकी कर्ज वसूली स्थगित की जाएगी। इसके साथ ही कर्ज़े का ब्याज भी सरकार देगी। वहीं अगली फसल के लिए भी किसानों को 0 फीसदी ब्याज दर पर कर्ज मुहैया कराया जायेगा। इसके साथ ही जिन किसान परिवारों में बेटी की शादी होनी थी और फसल बर्बाद हुई है उन्हें मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के अंतर्गत ₹56000 की सहायता भी दी जाएगी।