MP Assembly Election Results 2023: एमपी की राजनीति के लगभग सभी बड़े दिग्गज इस समय चुनाव की मतगणना में आगे चल रहे हैं। एमपी में एक दो सीटों की घटबढ़ के साथ 15 के करीब सीटों पर बीजेपी कांग्रेस से बढ़त बनाए हुए है। खास बात यह है कि कमलनाथ और शिवराज सिंह चौहान दोनों अपनी अपनी सीटों पर आगे चल रहे हैं।
तुलसी सिलावट जो एमपी के वरिष्ठ नेता हैं, वे इंदौर की सांवेर विधानसभा सीट से आगे चल रहे हैं। वहीं प्रतिष्ठा की सीट इंदौर—1 से दिग्गज बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय बढ़त बनाए हुए हैं। उधर, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सीएम पद के प्रत्याशी कमलनाथ छिंदवाड़ा से आगे चल रहे हैं। वहीं दिमरी विधानसभा सीट से नरेंद्र सिंह तोमर आगे हैं। कांग्रेस के जोशीले नेता इंदौर की राऊ सीट से कांग्रेस के जीतू पटवारी लीड बनाए हुए हैं। वहीं बुधनी से शिवराज सिंह चौहान आगे चल रहे हैं। तुलसी सिलावट लंंबे समय तक कांग्रेस में रहे, लेकिन 2020 में ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ बीजेपी में शामिल हो गए थे। वहीं जीतू पटवारी जो इंदौर की राउ विधानसभा सीट से आगे चल रहे हैं, वे राहुल गांधी की गुड लिस्ट में रहे हैं। साथ ही 2019 की कमलनाथ सरकार में शिक्षा मंत्री रहे। वहीं नरेंद्र सिंह तोमर भी ग्वालियर चंबल संभाग में अपना कद रखते हैं। वे भी आगे चल रहे हैं। यहां उन्हें तोमर समाज के लोगों का मतगणना में भी लाभ मिल सकता है।
वहीं भोपाल के गोविंदपुरा से कृष्णागौर आगे चल रही हैं। वे पूर्व सीएम बाबूलाल गौर की बहू हैं और पिछला चुनाव भी वे जीती थीं। इसी तरह ग्वालियर से प्रद्युम्न तोमर आगे चल रहे हैं। प्रहलाद पटेल भी बढ़त बनाए हुए हैं। बीजेपी शुरू से ही बढ़त बनाए हुए है।
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17 नवंबर को हुआ था मतदान, जानें कितनी हैं सुरक्षित सीटें
मध्य प्रदेश की कुल 230 विधानसभा सीटों पर 17 नवंबर को मतदान हुआ था। पिछले विधानसभा चुनाव यानी 2018 में यहां कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी। उसे 114 सीटों पर जीत मिली थी। इसके अलावा भाजपा को 109, बसपा को दो, सपा को एक और निर्दलीयों को चार सीटें मिली थीं। हालांकि, कांग्रेस ज्यादा दिन तक सत्ता में नहीं बनी रह सकी थी और ज्यातिरादित्य सिंधिया की बगावत के बाद भाजपा ने सत्ता में वापसी की। सुरक्षित सीटों की बात करें तो मध्य प्रदेश में एससी की 35 सीटें हैं। पिछली बार विधानसभा चुनाव में भाजपा को 18 और कांग्रेस को 17 सीटों पर जीत मिली थी। इसी तरह प्रदेश में एसटी की 47 सीटें हैं। पिछली बार इनमें से 16 सीटों पर भाजपा और 30 सीटों पर कांग्रेस को जीत मिली थी, जबकि एक सीट निर्दलीय उम्मीदवार के खाते में गई थी।