मध्य प्रदेश के रीवा में डिजिटल अरेस्ट के दौरान मौत का पहला मामला सामने आया है। यहां एक महिला शिक्षक ने ठगों की धमकियों से डरकर जहर खा लिया और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। ठगों ने महिला से पहले 22 हजार रुपये पहले ही ऐंठ लिए थे और 50 हजार रुपये मांग रहे थे। शिक्षिका के पास पैसे नहीं थे। ऐसे में उसने जहर खा लिया। हद तो तब हो गई, जब ठगों ने महिला की मौत के बाद भी धमकाना जारी रखा और पैसे की मांग करते रहे।
मामला मऊगंज जिले के घुरेहटा वार्ड क्रमांक 12 का है। यहां रहने वाली रेशमा पाण्डेय पन्नी गांव में शासकीय हाई स्कूल में अतिथि शिक्षक हैं। बीते शनिवार को परिवार के सदस्य किसी कार्य के चलते गांव से बाहर गए थे। इसी दौरान रेशमा पाण्डेय के मोबाइल में कुछ मैसेज आए। कुछ देर बाद उन्हे व्हाट्स एप में वर्दी पहने कुछ पुलिस अफसर और आर्मी के जवानों के वीडियो भेजे गए। थोड़ी देर बाद जालसाज खुद वर्दी पहन कर वीडियो कॉल पर आया और और महिला को डिजिटली अरेस्ट कर लिया।
पार्सल लेने का दबाव बनाया, 22 हजार ठगे
जालसाजों ने महिला से कहा था कि तुम्हारे नाम का एक पार्सल है, जिसे तुम्हें लेना होगा। नहीं लेने पर तुम्हारे खिलाफ चोरी का इल्जाम लगाकर एफआईआर दर्ज कर तुम्हें गिरफ्तार किया जायेगा। इसके बाद जालसाजों ने महिला से रुपयों की डिमांड की। डरी सहमी महिला ने ऑनलाइन 22 हजार रूपये अपने मोबाइल से ट्रांसफर कर दिए। जालसाज इसके बाद भी नहीं रुके। 22 हजार लेने के बाद उन्होंने 50 हजार रुपए और मांगे। नहीं देने पर बदमाशों ने स्थानीय पुलिस को भेजकर कर गिरफ्तार करने की धमकी दी।
महिला ने खाया जहर
पीड़ित महिला जब 50 हजार रुपये नहीं दे पाई तो गिरफ्तारी के डर से उसने जहर खा लिया और परिजनों को पूरे मामले की सूचना दी। आनन-फानन में महिला को रीवा के संजय गांधी अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। रेशमा पाण्डेय की मौत के बाद भी जालसाज लगातार 50 हजार की डिमांड करते रहे। मऊगंज पुलिस अधीक्षक रसना ठाकुर ने बताया कि 5 जनवरी को शिक्षिका के पास कॉल आया था, जिसमें पार्सल लेने का दबाव बनाया जा रहा था। कहा जा रहा था कि पार्सल ले लो, नहीं तो आप पर चोरी की एफआईआर दर्ज करते हुए आपको गिरफ्तार किया जाएगा। इसके बाद कॉल करने वालें व्यक्ति ने पैसों की डिमांड भी की। इस घटना के बाद महिला ने जहर का सेवन कर लिया। घटना के बाद परिजन उसे अस्पताल लेकर गये, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। घटना की बारीकी से जांच की जा रही है।
डॉक्टर का बयान
संजयगांधी अस्पताल में पदस्थ सीएमओ यत्नेश त्रिपाठी ने बताया की मऊगंज निवासी एक महिला को उपचार के लिए रविवार की दोपहर अस्पताल में भर्ती करवाया गया ,था लेकिन उपचार के दौरान मौत हो गई। पुलिस को सूचना दे दी गई है। इसके बाद पोस्टमार्टम करके शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा।
(रीवा से अशोक मिश्रा की रिपोर्ट)