भोपाल: मध्य प्रदेश के रीवा जिले में एक बोरवेल में गिरे बच्चे को बचाने की कोशिशें जारी है। छह साल के बच्चे को बाहर निकालने का प्रयास पिछले 20 घंटे से किया जा रहा है। राज्य आपदा आपातकालीन प्रतिक्रिया बल (एसडीईआरएफ) और स्थानीय प्रशासन की एक टीम बच्चे को निकालने के काम में लगी है। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि वह हालात पर नजर रख रहे हैं और स्थानीय अधिकारियों के साथ लगातार संपर्क में हैं।
मनिका गांव की घटना
अधिकारियों के मुताबिक घटना शुक्रवार दोपहर करीब तीन बजे उत्तर प्रदेश सीमा के पास मनिका गांव में हुई। बच्चा खुले बोरवेल के पास खेल रहा था और अचानक उसमें गिर गया। यादव ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, रीवा जिले के मनिका गांव में एक मासूम बच्चे के बोरवेल में गिरने की खबर दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा, "एसडीईआरएफ की टीम और जिला प्रशासन बच्चे को सुरक्षित बाहर निकालने की कोशिश कर रहे हैं। मैं स्थानीय प्रशासन के साथ लगातार संपर्क में हूं।"
शुक्रवार रात भर जारी रहा रेस्क्यू ऑपरेशन
उन्होंने बताया कि उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला को घटनास्थल का दौरा करने का निर्देश दिया गया है। एक अधिकारी ने बताया कि बचाव अभियान शुक्रवार रात भर जारी रहा। उन्होंने बताया कि बोरवेल के दोनों तरफ करीब 35 फीट चौड़े गड्ढे खोदे गए हैं, जिसके जरिए टीम लड़के को बाहर निकालने की कोशिश कर रही है। अधिकारी ने बताया कि रीवा की जिलाधिकारी प्रतिभा पाल और पुलिस अधीक्षक (एसपी) विवेक सिंह ने रात में स्थिति की निगरानी की। पाल ने शुक्रवार रात कहा था कि लगभग 40 फुट की गहराई पर फंसे लड़के को बचाने के लिए एसडीईआरएफ की मदद की जाा रही है।
बोरवेल करीब 70 फुट गहरा
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनिल सोनकर ने पहले कहा था कि लड़के को एक पाइप के माध्यम से ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा रही थी, और उसकी स्थिति पर नजर रखने के लिए एक सीसीटीवी कैमरा कुएं में उतारा गया था, लेकिन कुछ रुकावट के कारण वह उस तक नहीं पहुंच सका। बोरवेल करीब 70 फुट गहरा है और बच्चे को बचाने के लिए समानांतर गड्ढा खोदा जा रहा है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की एक टीम को वाराणसी से बुलाया गया है। बेमौसम बारिश ने भी बचाव अभियान को प्रभावित किया है। (इनपुट-भाषा)