Highlights
- ओबीसी नेताओं ने सीएम हाउस के घेराव की चेतावनी दी थी
- भोपाल में चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात
- पूर्व सीएम कमलनाथ ने शिवराज सरकार को दमनकारी बताया
OBC Mahasabha Protest: मध्यप्रदेश में ओबीसी आरक्षण को लेकर सियासत जारी है। रविवार को ओबीसी महासभा ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के खिलाफ प्रदर्शन करने का ऐलान किया था और सीएम हाउस के घेराव की चेतावनी दी थी। जिसके मद्देनजर प्रदेश की राजधानी भोपाल में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किए गए हैं। प्रदर्शन में शामिल होने आ रहे भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर रावण को पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
पुलिस ने रविवार को एयरपोर्ट से भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर को हिरासत में ले लिया है। इसके अलावा ओबीसी महासभा के कई नेताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया। शहर में पुलिस चप्पे-चप्पे पर तैनात की गई है और समर्थकों को जेल भी भेजा जा रहा है। गौरतलब है, चंद्रशेखर ने शनिवार को ट्वीट किया था- "बहुजनों की एकता को मजबूत करने और ओबीसी समाज के अधिकारों के लिये चल रहे महाआंदोलन में शामिल होने कल भोपाल आ रहा हूँ। जय भीम।"
बहुजन नेताओं और समर्थकों की गिरफ्तारी पर प्रदेश कांग्रेस ने शिवराज सरकार पर हमला बोला है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्वीट कर लिखा है कि, ओबीसी महासभा द्वारा पंचायत चुनावों में ओबीसी आरक्षण प्रदान करने की माँग को लेकर भोपाल में प्रदर्शन की पूर्व से ही घोषणा की गयी थी। लेकिन पता नहीं शिवराज सरकार को ओबीसी वर्ग से परहेज क्यों है, सरकार उनके दमन पर क्यों उतारू हो गयी है। भाजपा और उससे जुड़े संगठन को तमाम आयोजनों की छूट है लेकिन ओबीसी वर्ग के आयोजन पर रोक..?
आगे लिखते हैं कि, पहले नाकेबंदी कर ओबीसी महासभा के पदाधिकारियों व इस वर्ग के लोगों को भोपाल आने से रोका गया और अब उन्हें हिरासत में लिया जा रहा है। आंदोलन को कुचलने का काम किया जा रहा है, उनके साथ मारपीट की जा रही है और यह खुद को इस वर्ग की हितैषी बताने वाली सरकार में हो रहा है? ओबीसी, दलित, आदिवासी वर्ग का कितना भी दमन कर लो, यह वर्ग अपने हक की मांग को लेकर संघर्ष करता रहेगा, यह डरने - दबने वाले नहीं हैं। कांग्रेस इनके साथ खड़ी है और इनके हित, उत्थान व कल्याण के लिये हम सदैव संकल्पित है।
बता दें, ओबीसी संगठनों ने 27% ओबीसी आरक्षण देने की मांग की है। साथ ही इनकी मांगों को ना मानने पर सड़क पर उतरने की चेतावनी दी थी। हालांकि, पुलिस के इस रवैये के कारण प्रदर्शनकारियों में आक्रोश देखने को मिल रहा है।