भोपाल : मध्य प्रदेश में पतंगों में चाइनीज मांझे के इस्तेमाल पर पाबंदी के बाद भी इनसे होने वाले हादसों और मौत की खबरें आती रहती हैं। चाइनीज मांझे धड़ल्ले से बाजारों में बिक रहे हैं। उज्जैन में बीते साल चाइनीज मांझा के चलते हुई मौत के बावजूद मौत के सौदागर इन्हें बेचने से बाज नहीं आ रहे हैं। चाइनीज मांझे के लगातार बढ़ते मामलों के बाद एक बार फिर सरकार फ्रंट फुट पर आई है। मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा का कहना है कि सरकार सख्त कार्रवाई कर रही है। उज्जैन में बुलडोजर चला मैंने सख्त निर्देश दिए हैं अगर किसी ने चाइनीज मांझा बेचने का काम किया तो रासुका भी लगाया जा सकता है।
पिछले साल चाइनीज मांझे से मौत के बाद चला था बुलडोजर
पिछले साल उज्जैन में चाइनीज मांझा गले में फंसने के चलते नेहा नाम की लड़की की मौत हो गई थी। नेहा अपनी बहन के साथ कोचिंग जा रही थी। इस दौरान उज्जैन के जीरो पॉइंट पर चाइनीज मांझा की चपेट में आकर उसकी मौत हो गई थी। इसके बाद प्रशासन ने कड़ी कार्रवाई करते हुए चाइनीज मांझा बेचने वाले 3 दुकानदारों के मकान तोड़ दिए थे एक की दुकान भी जमीनदोज की थी। तीनों दुकानदारों के पास से चाइनीज मांझे की चकरी मिली थी।
इसके बाद भी पतंग कारोबारियों ने मांझा बेचाना नहीं बंद किया। बीते दिनों एक बार फिर थाना नानाखेड़ा क्षेत्र से पतंग व्यवसाई के यहां से चाइनीज मांझे की 48 चकरी मिली जिसके बाद श्री राम नगर स्थित उसके अवैध मकान पर नगर निगम ने बुलडोजर चला दिया। वहीं 3 तारीख को मंदसौर में भी इसी तरह चाइनीज मांझे के डोर से एक युवक की गर्दन कट गई। लेकिन समय पर इलाज मिलने के चलते युवक बच गया। अब प्रशासन ने 188 की धारा के तहत तीन लोगों के खिलाफ चाइनीज डोर बेचने के मामले में मामला दर्ज किया है।
कई जिलों में अभी-भी हो रही है चाइनीज मांझे की बिक्री
मध्यप्रदेश में इटारसी, होशंगाबाद, नरसिंहपुर, दमोह, सागर, उज्जैन, कटनी, रीवा, सतना और जबलपुर में अभी भी चाइनीज मांझे की बिक्री हो रही है। उत्तर प्रदेश के बरेली दिल्ली के बल्लीमारान और बेंगलुरु से चाइनीज मांझा अभी मध्यप्रदेश आ रहा है। प्रतिबंधित होने के बावजूद चाइना के डोर इंटरनेट पर बिकती दिखाई दे रही है। इसीलिए अब प्रशासन भी सख्त हो गया है। खुद गृह मंत्री ने कहा कि अगर किसी ने चाइनीज मांझा बेचने का काम किया तो रासुका भी लगाया जा सकता है।