मध्य प्रदेश में एक बार भाजपा सरकार बनती दिखाई दे रही है। 15 साल पुरानी शिवराज सरकार को उखाड़ फेंकने वाले मुख्यमंत्री कमलनाथ की सरकार 15 महीने में ही ढह गई। इस प्रकार कर्नाटक के बाद एक बार फिर आपरेशन कमल सफल रहा। कमलनाथ के इस्तीफे के बाद से अब नई सरकार और उसके ढ़ांचे को लेकर चर्चाए शुरू हो चुकी है। अब देखना होगा कि दौड़ में सबसे आगे चल रहे शिवराज सिंह चौहान एक बार फिर मध्य प्रदेश की कमान थामते हैं तो उनके मंत्रिमंडल कौन कौन से नए नाम शामिल हो सकते हैं।
शिवराज के पिछले मंत्रिमंडल पर गौर करें तो इसमें मुख्यमंत्री सहित 23 चेहरे शामिल थे। 2018 में हुए चुनाव में शिवराज मंत्रिमंडल में शामिल 12 मंत्री चुनाव हार चुके हैं, वहीं पूर्व मुख्यमंत्री और शिवराज सरकार में गृह और जेल मंत्री बाबूलाल गौर का निधन हो चुका है। दूसरी ओर ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाजपा में शामिल होने के बाद माना जा रहा है कि सरकार की संरचना में कुछ बदलाव जरूर हो सकते हैं।
नए मंत्रिमंडल की बात करें तो यहां कुछ बड़े चेहरे हैं जिन्हें एक बार फिर नई सरकार में मौके मिल सकते हैं। इसमें यशोधरा राजे सिंधिया को जगह मिल सकती है, वे पिछली सरकार में वाणिज्य, उद्योग और रोजगार मंत्री थीं। वहीं स्वास्थ्य और संसदीय कार्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा को भी इस बार बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है। इसके साथ ही पिछली सरकार में शामिल गोपाल भार्गव गौरी शंकर चतुर्भुज का नाम शामिल हो सकता है। वहीं स्कूली शिक्षा मंत्री पारस जैन को माना जा रहा है कि एक बार फिर शिवराज मंत्रिमंडल में मिल सकती है।