मध्यप्रदेश के बुरहानपुर जिले के नेपानगर थाने में पुलिसकर्मियों पर हुए अतिक्रमणकारियों के हमले के बाद उनके घरों पर आज बुलडोजर चलाया गया है। वही अतिक्रमणकारियों के गांव सीवल को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। 1000 से ज्यादा पुलिसकर्मियों के साथ एसएएफ की टीम वज्र वाहन और एंबुलेंस की भी तैनाती की गई है। दरअसल 5 अप्रैल की रात को नेपानगर थाने में 60 से ज्यादा अतिक्रमणकारियों ने पुलिसकर्मियों पर हमला कर 3 आरोपियों को छुड़वाया था। इन आरोपियों में से एक हेमा बहुचर्चित बाकडी वन चौकी से 17 राइफल्स चुराने वाले आरोपियों में से था। तीन दिनों पहले ही हेमा को पुलिस ने गिरफ्तार किया था जिसे नेपानगर थाने में रखा गया था। इसी हेमा को छुड़वाने के लिए अतिक्रमणकारियों ने थाने पर हमला कर पुलिसकर्मियों की पिटाई की थी।
छावनी में तब्दील हुआ सीवर गांव
बाखड़ी वन चौकी से बंदूक लूटने का प्रमुख आरोपी कहे जाने वाला हेमा और जिन अतिक्रमणकारियों ने नेपानगर थाने में हमला किया उनमें से अधिकतर सीवल गांव के रहने वाले हैं। इन्हीं पर कार्रवाई के लिए पुलिस ने लंबी रणनीति के तहत शनिवार सुबह ही 1000 से ज्यादा पुलिसकर्मियों एसएएफ को सीवल गांव में तैनात कर दिए थे। गांव में मुनादी कर लोगों को घरों में रहने की सलाह दी गई थी। वहीं छावनी में तब्दील हो जाने के बाद गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है। सीवर गांव के अंदर और बाहर से अंदर आने वालों को रोका जा रहा है।
धारा 144 लागू
वहीं वनकर्मियों और पुलिसकर्मियों पर लगातार हो रहे हमले के विरोध में नेपानगर सर्वदलीय समिति ने थाने के बाहर धरना देते हुए शनिवार को शहर बंद भी रखा है। मामले की गंभीरता को देखते हुए बुरहानपुर कलेक्टर भव्य मत्तल और एसपी राहुल कुमार भी मौके पर मौजूद हैं। सुरक्षा को देखते हुए जिला प्रशासन ने धारा 144 लागू कर दी है। बुरहानपुर के एसपी राहुल लोढ़ा के मुताबिक पुलिस ने अतिक्रमणकारियों के पास से 6 मकानों के अतिक्रमण को तोड़ा है। वहीं अतिक्रमणकारियों की आपसी झड़प में एक शख्स बंदूक को गोली से घायल हुआ है।