भोपाल : पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी के सीनियर लीडर नरेंद्र सिंह तोमर मध्य प्रदेश विधानसभा के नए स्पीकर बन गए हैं। आज विधानसभा में उनके नाम का प्रस्ताव मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने रखा। इसके बाद नरेंद्र सिंह तोमर का विधायकों ने समर्थन किया। इस अवसर पर प्रह्लाद पटेल ने अपने संबोधन में कहा कि मेरे राजनीतिक जीवन का महत्वपूर्ण दिन है। मैं इस सदन में पहली बार चुन कर आया हूं। आसंदी पर आपको देख रहा हूं। ऐसे जनप्रतिनिधि को आसंदी पर बैठाया है जिसका संगठन ,सदन और सरकार का बड़ा अनुभव है।
नरेंद्र सिंह तोमर एक व्य़क्ति नहीं संस्था हैं-शिवराज सिंह चौहान
इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि नरेंद्र सिंह तोमर एक व्य़क्ति नहीं संस्था हैं। सुदीर्घ राजनीतिक अनुभव की पूंजी उनके पास है। विराट व्यक्तित्व के धनी हैं, धीर हैं, वीर और गंभीर हैं। अगर मैं सचमुच कहूं तो अटल बिहारी वायजपी की तरह मध्य प्रदेश के संदर्भ में वे अजातशत्रु हैं। पक्ष विपक्ष उनकी कार्यशैली से प्रभावित रहा है। उनके पास राजनीतिक अनुभव की पूंजी है। पक्ष और विपक्ष दोनों का ध्यान रखते हुए सदन का संचालन करेंगे। अहंकार उन्हें छू नहीं गया और धैर्य की वे प्रतिमूर्ति हैं।
शिवराज सिंह चौहान ने कहा-' लंबे समय से हमारा साथ रहा है। मैंने कभी उन्हें धैर्य खोते नहीं देखा। उत्साह से भरे रहते हैं। राजनीतिक कार्यकर्ता के नाते अपने कर्तव्य का निर्वाह बखूबी किया। आपलोगों ने देखा होगा जब किसान आंदोलन चल रहा था, बड़े जोश में किसान नेता आते थे लेकिन उनसे जिस अंदाज में मुस्कुराकर नरेंद्र सिंह जी बात करते थे, किसानों का गुस्सा ठंडा हो जाता था।'
नरेंद्र सिंह तोमर अध्यक्ष पद की गरिमा को बढ़ाएंगे-शिवराज
पूर्व मुख्यमंत्री चौहान ने कहा, 'हम साथ विधायक, मंत्री रहे, संगठन का काम भी साथ-साथ आया। 2008 का विधानसभा चुनाव आया तो हमलोगों ने तय किया कि नरेंद्र सिंह तोमर की अध्यक्षता में हमलोग चुनाव लड़ें। फिर 2013 में भी हमलोगों को उनका सहयोग मिला। इस चुनाव में भी जिस तरह से उन्होंने बेहतरीन प्रबंधन किया । उनका विशाल व्यक्तित्व है। वे विधानसभा में अध्यक्ष पद की गरिमा को बढ़ाएंगे और अच्छे से सदन का कार्य चलाएंगे। प्रदेश की जनता को भी लाभ होगा। सरकार तो अपना काम करेगी ही लेकिन प्रतिपक्ष भी अपनी बात कहेगा।'