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दिग्विजय सिंह ने कहा, भारत में अल्पसंख्यक से बहुसंख्यक कभी नहीं बन सकते मुस्लिम

दिग्विजय सिंह ने संघ प्रमुख से सवाल पूछा कि अगर हिंदुओं और मुसलमानों का डीएनए एक है, तो सांप्रदायिक नफरत क्यों फैलाई जाती है और लव जिहाद जैसे मुद्दों की क्या जरूरत है?

Edited by: IndiaTV Hindi Desk
Published : September 07, 2021 20:57 IST
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Image Source : PTI दिग्विजय सिंह ने कहा कि देश में मुस्लिमों की आबादी इस कदर कभी नहीं बढ़ सकती कि वे हिंदुओं को पीछे छोड़ बहुसंख्यक बन जाएं।

इंदौर: भारत में अल्पसंख्यक मुसलमान समुदाय की प्रजनन दर गिरने का दावा करते हुए कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य दिग्विजय सिंह ने मंगलवार को कहा कि देश में मुस्लिमों की आबादी इस कदर कभी नहीं बढ़ सकती कि वे हिंदुओं को पीछे छोड़ते हुए बहुसंख्यक बन जाएं। उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के खेमे से जुड़े लोगों पर उक्त विषय में दुष्प्रचार का आरोप लगाते हुए इस संगठन के प्रमुख मोहन भागवत को खुली बहस की चुनौती भी दी। वह इंदौर में कांग्रेस, वामपंथी दलों और श्रमिक संगठनों द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित ‘साम्प्रदायिक सद्भाव सम्मेलन’ को संबोधित कर रहे थे।

‘देश में मुसलमान बहुसंख्यक कभी नहीं हो सकते’

संघ परिवार से जुड़े लोगों पर निशाना साधते हुए वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा कि यह गलत प्रचार किया जाता है कि बहुविवाह के जरिए लगातार आबादी बढ़ाए जाने से अगले 10 साल के भीतर देश में मुसलमान अल्पसंख्यक से बहुसंख्यक से हो जाएंगे जबकि हिंदू बहुसंख्यक से अल्पसंख्यक रह जाएंगे। दिग्विजय सिंह ने कहा, ‘मैं भागवत से लेकर संघ के छोटे प्रचारकों तक को इस विषय पर सार्वजनिक बहस की चुनौती देता हूं। मैं प्रमाणित कर दूंगा कि देश में मुसलमान बहुसंख्यक कभी नहीं हो सकते।’

‘कौन मुसलमान 4 बीवियां और उनसे जन्मे बच्चे पाल सकता है?’
दिग्विजय ने कहा, ‘देश के मुसलमान समुदाय में जन्म दर घटती जा रही है और वैसे भी महंगाई के इस जमाने में आम शौहर के लिए एक बीवी और उससे जन्मे बच्चों को पालन-पोषण तक मुश्किल हो रहा है। ऐसे में भला कौन मुसलमान 4 बीवियां और उनसे जन्मे बच्चे पाल सकता है?’ सिंह ने संघ और बीजेपी की कथनी और करनी में अंतर होने का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा, ‘रावण के 10 मुख थे और उसके अलग-अलग मुखों से अलग-अलग बातें होती थीं, यही हालत संघ और बीजेपी की है। एक तरफ, संघ के कार्यकर्ता जहर उगलते हैं। दूसरी तरफ, संघ प्रमुख भागवत कहते हैं कि हिंदुओं और मुसलमानों का डीएनए एक है।’

‘लव जिहाद जैसे मुद्दों की क्या जरूरत है?’
राज्यसभा सदस्य ने संघ प्रमुख से सवाल किया, ‘अगर हिंदुओं और मुसलमानों का डीएनए एक है, तो सांप्रदायिक नफरत क्यों फैलाई जाती है और लव जिहाद जैसे मुद्दों की क्या जरूरत है?’ सिंह ने संघ और बीजेपी पर हमला बरकरार रखते हुए कहा कि ब्रितानी हुकूमत की ‘फूट डालो और राज करो’ की नीति के तहत देश में झूठ एवं भ्रम फैलाकर हिंदुओं और मुसलमानों को बांटा जा रहा है। उन्होंने उत्तरप्रदेश के चूड़ी विक्रेता तसलीम अली को इंदौर में भीड़ में शामिल लोगों द्वारा पीटे जाने की बहुचर्चित घटना का हवाला देते हुए कहा, ‘यह संघ की मानसिकता है जिसके तहत ये लोग कमजोर व्यक्ति पर हमला करते हैं और मजबूत आदमी पर हमला नहीं करते।’

‘पहले उस गरीब को पीटा गया और फिर उसे ही आरोपी बना दिया’
दिग्विजय सिंह ने कहा, ‘उत्तर प्रदेश से चूड़़ी बेचने आए गरीब व्यक्ति (तसलीम अली) को पहले तो पीटा गया, फिर उसी को (एक नाबालिग बच्ची के लैंगिक उत्पीड़न की शिकायत पर) आरोपी बना दिया गया। पुलिस को इस व्यक्ति पर पॉक्सो अधिनियम के तहत मामला दर्ज करने का ख्याल 3 दिन बाद आया।’

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