भोपाल: मध्य प्रदेश में मंगलवार को कोरोना वायरस संक्रमण से 11 और व्यक्तियों की मौत की पुष्टि हुई है जिससे मरने वालों की संख्या 3,358 हो गयी है। राज्य में पिछले 24 घंटों में इस बीमारी के 1345 नए मामले सामने आए और इसके साथ ही प्रदेश में इस वायरस से अब तक संक्रमित पाये गये लोगों की कुल संख्या बढ़कर 2,17,302 तक पहुंच गयी है।
मध्य प्रदेश के एक स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया, ‘‘पिछले 24 घंटों के दौरान प्रदेश में कोरोना वायरस के संक्रमण से इंदौर में पांच, भोपाल में दो और खरगोन, रतलाम, रायसेन, एवं पन्ना में एक-एक मरीज की मौत की पुष्टि हुई है।’’ उन्होंने बताया, ‘‘राज्य में अब तक कोरोना वायरस से सबसे अधिक 792 मौत इंदौर में हुई हैं, जबकि भोपाल में 533 उज्जैन में 100, सागर में 144, जबलपुर में 228 एवं ग्वालियर में 186 लोगों की मौत हुई है। बाकी मौतें अन्य जिलों में हुई हैं।’’
अधिकारी ने बताया कि प्रदेश में मंगलवार को कोविड-19 के 516 नये मामले इंदौर जिले में आये, जबकि भोपाल में 315, ग्वालियर में 43 और जबलपुर में 49 नये मामले सामने आये। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कुल 2,17,302 संक्रमितों में से अब तक 2,00,664 मरीज स्वस्थ होकर घर चले गये हैं और 13,280 मरीज़ों का इलाज विभिन्न अस्पतालों में चल रहा है। उन्होंने कहा कि मंगलवार को 1,497 रोगियों को ठीक होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।
कोरोना संक्रमित मरीज की जब रिपोर्ट निगेटिव आती है, तब उसे खानपान और स्वास्थ्य से जुड़ी सावधानियों के बारे में जानकारी नहीं होती है। इसको लेकर कई भ्रांतियां भी हैं। इसे दूर करने के लिए कोरोना के दुष्प्रभाव का अध्ययन कराया जाएगा। इसके निर्देश मंगलवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना की समीक्षा के दौरान दिए। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग अन्य चिकित्सा संस्थानों के विशेषज्ञों के परामर्श से इसकी पहल करे।
बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि मार्च से मध्य प्रदेश कोरोना वायरस को नियंत्रित करने और रोगियों को बेहतर उपचार देने में आगे रहा है। अब मध्य प्रदेश स्वास्थ्य शिक्षा के क्षेत्र में भी मॉडल बन सकता है। अभी बहुत से नागरिक कोरोना के दुष्प्रभाव को लेकर चिंतित हैं। स्वास्थ्य विभाग अभियान चलाकर लोगों को जन शिक्षा दे सकता है।