Highlights
- मुसलमानों को वजू करने की इजाजत, हमें सावन में भी जलाभिषेक की इजाजत नहीं-हिमांगी
- सावन के आखिरी सोमवार को करूंगी जलाभिषेक, चाहे जान जाए चाहे जेल भेजा जाए-हिमांगी
- एक हजार से ज्यादा संत करेंगे ज्ञानवापी में जलाभिषेक-हिमांगी
MP News : ज्ञानवापी (Gyanvapi) की आग अभी थमी भी नही है कि पशुपतिनाथ अखाड़े की किन्नर महामंडलेश्वर हिमांशी सखी ने जबलपुर में मीडिया से बात करते हुए कहा कि हर हाल में वो समस्त संत समाज के साथ 8 अगस्त को ज्ञानवापी में भोलेनाथ पर नर्मदा जल से जलाभिषेक करेंगी। वे 2 अगस्त को जबलपुर से नर्मदा जल लेकर निकलेंगी और 8 अगस्त को जलाभिषेक करेंगी।
आखिरी सोमवार को ज्ञानवापी में जलाभिषेक
महामंडलेश्वर हिमांगी ने कहा-'जो बाबा भोलेनाथ हैं ज्ञानवापी के, वहां मुस्लिम समुदाय के लोगों ने आज तक वुजूखाना बना रखा था, हाथ-पैर धोने की जगह बना रखी थी,आज सभी संत मानते हैं कि आखिरी सोमवार को हमें समय दिया जाए ताकि हम वहां शिव जी की पूजा कर सकें, उनका जलाभिषेक कर सकें। हिमांगी सखी के मुताबिक वह सावन के आखिरी सोमवार 8 अगस्त को किन्नर महामंडलेश्वर अर्धनारीश्वर के रूप में अर्धनारीश्वर को जल चढ़ाने जाएंगीं।
शिव की पूजा के लिए हम स्वतंत्र नहीं ?
उन्होंने कहा-' जो रोकना चाहे रोक ले, जिसे जेल में डालना है डाल ले, हमें फर्क नहीं पड़ेगा। हम ज्ञानव्यापी जाएंगे और जलाभिषेक सभी संत मिलकर करेंगे और अगर नहीं करने दिया जाएगा तो उसी ज्ञानव्यापी पर एक अर्धनारीश्वर अपना जल अभिषेक स्वयं करेगी और अफसोस जताएगी कि हम इस भारत के वासी हैं कि जिस भारत में हम आज भी अपने शिव की पूजा के लिए अर्चना के लिए स्वतंत्र नहीं हैं। हमें भीख मांगना पड़ रहा है उच्च न्यायालय के पास और आखिरी सोमवार आने को है फिर भी उच्च न्यायालय ने एक भी दिन हमें समय मुहैया नहीं करवाया कि सोमवार को जाकर संत महात्मा ज्ञानवापी काशी में जाकर पूजा करें।
हजारों संत नर्मदा-यमुना का जल लेकर पहुंचेंगे काशी
किन्नर महामंडलेश्वर के अनुसार हमारे साथ कई हजार से ज्यादा संत रहेंगे।हम नर्मदा जी का जल लेकर चलेंगे उसके बाद दिल्ली जाएंगे। दिल्ली से और शिष्यों को लेंगे और वृंदावन से संत समाज यमुना जल लेकर ज्ञानवापी जाएगा। यह पूछे जाने पर कि उन्होंने अचानक ज्ञानवापी जाने का फैसला क्यों लिया तो महामंडलेश्वर हिमांगी सखी ने कहा कि अचानक यह डिसीजन इसलिए लेना पड़ा क्योंकि हाईकोर्ट डिसीजन ले नहीं रहा है।