Highlights
- पट्टी के रूप में कार्डबोर्ड का इस्तेमाल
- मध्य प्रदेश के भिंड जिले का है मामला
- सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है वीडियो
देश में मेडिकल व्यवस्था की हालत क्या है, यह कोरोना काल में पूरी दुनिया को पता चल गया। हालांकि, कोरोना एक महामारी थी, इसलिए यह समझा जा सकता है कि उसके लिए हमारा मेडिकल सिस्टम तैयार नहीं था। लेकिन क्या अब एक टूटे पैर को जोड़ने में भी हमारा मेडिकल सिस्टम सक्षम नहीं है। दरअसल, मध्य प्रदेश के भिंड जिले से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। यहां एक अस्पताल में मेडिकल स्टाफ द्वारा एक मरीज के टूटे पैर को ड्रेसिंग करने के लिए प्लास्टर ऑफ पेरिस पट्टी के स्थान पर एक कार्डबोर्ड का इस्तेमाल किया गया।
पट्टी के रूप में कार्डबोर्ड का इस्तेमाल
सोशल मीडिया पर सामने आए एक वीडियो में एक शख्स के पैर में कार्डबोर्ड बंधा नजर आ रहा है। हैरानी की बात यह है कि मेडिकल स्टाफ ने कार्डबोर्ड के इस्तेमाल का बचाव करते हुए कहा कि यह पैर में फ्रैक्चर को सहारा देने और खून बहने से रोकने के लिए किया गया था। दरअसल, सड़क दुर्घटना में पैर में चोट लगने के बाद व्यक्ति को अस्पताल ले जाया गया। बाद में यह सामने आया कि स्वास्थ्य कर्मचारियों ने प्लास्टर ऑफ पेरिस पट्टी के रूप में कार्डबोर्ड का इस्तेमाल किया।
पहले भी ऐसा होता रहा है
सूत्रों के अनुसार, नियमित प्लास्टर की अनुपलब्धता के कारण चिकित्सा कर्मचारी अक्सर घायल व्यक्तियों को अस्पताल लाते समय अस्थायी पट्टी के रूप में कार्डबोर्ड का उपयोग करते हैं। एक मेडिकल स्टाफ ने नाम जाहिर न करने का अनुरोध करते हुए कहा यह विशेष घटना सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी होने के बाद सामने आई थी। लेकिन इस तरह पहले भी होता रहा है। डॉक्टर या अन्य स्वास्थ्य कर्मचारियों को ऐसी चीजों के लिए दोषी नहीं ठहराया जाना चाहिए, क्योंकि वह उचित सुविधाओं के बिना उपचार प्रदान करते हैं। यदि प्लास्टर पट्टी उपलब्ध नहीं थी तो यह कर्मचारियों की गलती नहीं है।
कांग्रेस ने घेरा
मध्य प्रदेश के माहेश्वर सीट से पांच बार की विधायक और कांग्रेस नेता डॉ. विजयलक्ष्मी साधो ने इस पूरी घटना पर शिवराज सिंह चौहान की सरकार को घेरते हुए कहा कि डबल इंजन की सरकार होने के बाद भी मध्यप्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था ICU में पडी है। उन्होंने इस वीडियो को शेयर करते हुए ट्वीट किया, ''मध्य प्रदेश की बदहाल स्वास्थ्य सेवाएं... भिंड में एक मरीज अपना टूटा पैर लेकर सरकारी स्वास्थ्य केंद्र पहुंचा तो वहां मरीज की टूटी हड्डी पर बॉक्स का मोटा कागज बांध गिया गया... डबल इंजन की सरकार होने के बाद भी मध्यप्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था ICU में पडी है... जंगलराज'