Highlights
- बच्चों की ज़िंदगी से खेलता स्वास्थ्य विभाग
- अधिकारी के कहने पर 40 बच्चों को एक ही सिरिंज से लगा दी कोविड वैक्सीन
- मध्य प्रदेश के सागर का है मामला
MP News: देशभर में कोरोना की जंग में ब्रह्मास्त्र बने चुके वैक्सीनेशन अभियान में मध्य प्रदेश के सागर से बड़ी लापरवाही सामने आई है। यहां के जैन पब्लिक हायर सेकेंडरी स्कूल में बच्चों को कोरोना वैक्सीन के लिए लगाए गए कैंप में एक ही सीरिंज से 40 बच्चों को वैक्सीन लगा दी गई। एक ही सीरिंज से 40 बच्चों को इंजेक्शन लगता देख कर बच्चों के परिजनों ने जमकर हंगामा किया, तब कहीं जाकर कैंप में इंजेक्शन लगना बंद हुए। परिजनों का कहना था कि एक ही सीरिंज से 40 बच्चों को वैक्सीन लगाई गई है अगर आगे इससे बच्चों के स्वास्थ्य पर कोई बुरा असर पड़ता है तो कौन जिम्मेदार होगा?
अधिकारी ने कहा तो लगा दिया
दरअसल, जिस नर्सिंग के छात्र जितेंद्र ने बच्चों को इंजेक्शन लगाए, जब उससे पूछा गया तो उसने कहा मैंने 30 बच्चों को एक ही सीरिंज से इंजेक्शन लगाए हैं। मुझे इंजेक्शन लगाने के लिए एक ही सीरिंज दी गई थी, मुझे मालूम था एक ही सिरिंज से इंजेक्शन नहीं लगाए जाते, लेकिन मुझे अधिकारी ने बोला तो मैंने लगा दिया। इसमें मेरी क्या गलती। मामले में स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है। बुधवार को सागर में तकरीबन 50 से ज्यादा केंद्रों पर वैक्सीनेशन किया जाना था। स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों के मुताबिक स्टाफ की कमी के चलते 40 से ज्यादा केंद्रों पर निजी कॉलेजों के नर्सिंग छात्रों को ही इंजेक्शन लगाने की जिम्मेदारी दे दी गई। वहीं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने महज 10 से ज्यादा केंद्रों पर ही वैक्सीनेशन किया।
छात्र के खिलाफ FIR दर्ज
मामला सामने आने के बाद शहर के गोपालगंज थाने में वैक्सीन लगाने वाले बीएससी नर्सिंग थर्ड ईयर के छात्र जीतेंद्र के खिलाफ धारा 336 के तहत एफआईआर दर्ज कराई गई है। जीतेन्द्र सागर के एसवीएन कॉलेज में नर्सिंग का छात्र है। वहीं मामले की गंभीरता को देखते हुए भोपाल से नेशनल हेल्थ मिशन ने मामले की जांच के लिए राज्य स्तरीय 3 सदस्यों के दल का गठन कर दिया है। जो इस गंभीर लापरवाही की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई के लिए रिपोर्ट देगी।