Highlights
- लक्ष्मण सिंह केवट के बेटे अंतर सिंह पर मगरमच्छ ने किया हमला
- ग्रामीणों ने जाल फेंककर मगरमच्छ को पकड़ लिया
- मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले के रघुनाथपुर क्षेत्र का मामला
MP News: मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां चंबल नदी में नहा रहे एक 7 साल के बच्चे को मगरमच्छ ने निगल लिया। जैसे ही ये बात ग्रामीणों को पता लगी तो उन्होंने मगरमच्छ को रस्सी से बांधकर अपने कब्जे में ले लिया और उसके मुंह में मोटा बांस फंसा दिया। इसके बाद ग्रामीण इस बात का इंतजार कर रहे हैं कि वह मगरमच्छ बच्चे को उगल दे। वहीं इस मामले में वन विभाग का मानना है कि मगरमच्छ बच्चे को निगल नहीं सकता है, हालांकि वह हमला जरूर कर सकता है।
सोमवार सुबह चंबल नदी में नहा रहा था बच्चा
मिली जानकारी के मुताबिक, ये मामला श्योपुर जिले के रघुनाथपुर क्षेत्र के रीझेटा घाट का है। यहां सोमवार सुबह लक्ष्मण सिंह केवट का बेटा अंतर सिंह केवट चंबल नदी में नहा रहा था। इसी दौरान एक मगरमच्छ ने उस पर हमला कर दिया और उसे नदी के अंदर खींच ले गया। इस घटना को वहां मौजूद कुछ लोगों ने देखा और ग्रामीणों को खबर की। ऐसे में ग्रामीण लाठी-डंडे के साथ वहां आ गए और जाल फेंककर मगरमच्छ को पकड़ लिया।
ग्रामीणों ने मगरमच्छ को पकड़ा, वन विभाग की टीम छुड़ाने पहुंची
इसके बाद ग्रामीणों ने मगरमच्छ को नदी से बाहर निकाला और रस्सी से बांध दिया। इस घटना की सूचना जैसे ही वन विभाग को मिली तो वो मगरमच्छ को ग्रामीणों से छुड़ाने के लिए मौके पर पहुंची। लेकिन ग्रामीणों ने वन विभाग के अधिकारियों से साफ कह दिया कि जब तक मगरमच्छ बच्चे को उगलेगा नहीं, तब तक वह उसे नहीं छोड़ेंगे। ग्रामीणों का मानना है कि बच्चा मगरमच्छ के पेट में है।
SDRF की टीम भी बच्चे को ढूंढने में लगी
इसके बाद सोमवार को देर शाम तक ग्रामीण इस बात का इंतजार करते रहे कि मगरमच्छ बच्चे को उगल दे। इस मामले की खबर जिन लोगों को मिलती गई, वह चंबल नदी के किनारे मगरमच्छ को देखने के लिए पहुंचते गए। हालांकि इस मामले में रघुनाथपुर थाना प्रभारी श्यामवीर सिंह तोमर का कहना है कि उन्हें ग्रामीणों से ये जानकारी मिली थी कि बच्चे को मगरमच्छ निगल गया है। ग्रामीणों ने मगरमच्छ को तो पकड़ लिया है लेकिन बच्चे का कुछ पता नहीं लग पाया है। SDRF की टीम भी बच्चे को ढूंढने में लगी है। बता दें कि इस मामले में बड़े अधिकारियों का कहना है कि मगरमच्छ बच्चे को निगल नहीं सकता है।