Highlights
- मध्य प्रदेश में भारी बारिश की वजह से अलर्ट
- भोपाल, नर्मदा पुरम, राजगढ़, छिंदवाड़ा में तेज बारिश हुई
- भोपाल, जबलपुर, राजगढ़, विदिशा समेत कई जिलों में स्कूल बंद
MP News: मध्य प्रदेश में एक बार फिर बारिश की वजह से प्रशासन अलर्ट मोड में आ गया है। भोपाल, जबलपुर, राजगढ़, विदिशा समेत कई जिलों में स्कूल बंद हो गए हैं। भोपाल, नर्मदा पुरम, राजगढ़, छिंदवाड़ा में तेज बारिश हुई है। राजगढ़ जिले के ब्यावरा में अजनार नदी का पानी घुस गया है और ब्यावरा के निचले इलाकों के घर और दुकान डूब गए हैं। यहां लोग 24 घंटे से अपने घरों में डूबे हुए हैं। SDRF की टीम बचाव के लिए पहुंची है।
24 घंटों से प्रदेश में तेज बारिश का दौर चालू
प्रदेश में पिछले 4 दिनों से बारिश से राहत मिलने के बाद बीते 24 घंटों से प्रदेश में तेज बारिश का दौर चालू है। प्रदेश के गुना भोपाल सागर राजगढ़ जबलपुर विदिशा रायसेन जिलों में 24 घंटों से लगातार हो रही बारिश के चलते निचले इलाकों में पानी भर गया है। प्रदेश की राजधानी भोपाल में बीते 24 घंटों में 151mm यानी 6 इंच बारिश हों चुकी है। वहीं सबसे ज्याफ़ा बारिश गुना में 174 mm यानी 7 इंच हुई है। वहीं सागर जबलपुर में भी 6 इंच बारिश ही चुकी है।
बता दें कि चार दिनों से राज्य में बारिश से राहत थी लेकिन रविवार से एक बार फिर भारी बारिश का दौर शुरू हो चुका है। मौसम विभाग ने मध्य प्रदेश के भोपाल, ग्वालियर और उज्जैन संभाग में रेड अलर्ट जारी किया। इसमें सागर, दमोह नरसिंहपुर, जबलपुर भी शामिल है। वहीं रीवा, नर्मदा पुरम, चंबल संभाग, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, कटनी छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, बालाघाट, खंडवा, धार, देवास में भारी बारिश की संभावना जताई गई है।
कई इलाकों में पानी भरा
राजगढ़ जिले के ब्यावरा में शहर के भीतर अजनार नदी का पानी घुस गया है। इसके चलते कई इलाकों में पानी भर गया है। कई मकान और दुकान डूब गए हैं और एसडीआरएफ की टीम भी मौके पर बचाव कार्य के लिए पहुंच गई है। वहीं नगर निगम पुलिस और प्रशासन ने निचली बस्तियों में रह रहे लोगों को घरों से निकालकर सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया।
रायसेन जिले के भोजपुर में घूमने आए पर्यटक भी पार्वती नदी के तेज उफान में फंस गए। मंडीदीप के सतलापुर के निवासी 7 लोग पिकनिक मनाने भोजपुर पहुंचे थे। इसी दौरान पार्वती नदी में नहाने के दौरान बाढ़ के पानी में वह फंस गए। पर्यटकों के फंसने की खबर पता चलते ही मंडीदीप सतलापुर दोनों थाने की पुलिस भी मौके पर पहुंची। स्थानीय प्रशासन और एसडीआरएफ की मदद से सभी सात लोगों को डेढ़ घंटे चले रेस्क्यू के बाद बचा लिया गया।
सागर में भी 24 घंटों से हो रही बारिश
सागर में भी 24 घंटों से हो रही बारिश के चलते जिले के कई क्षेत्रों में जलभराव के हालात पैदा हो गए हैं। सागर जिले के निचले क्षेत्रों में बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं, जिसके चलते जिले से जोड़ने वाले कई सड़क मार्ग बंद हैं।
नर्मदा पुरम संभाग में तेज बारिश के चलते तवा डेम और भोपाल के तीनों डेम के गेट खोल दिये गए हैं। बीते दिनों से जारी बारिश में हालांकि चार दिनों पहले ठहराव आया था लेकिन अब तक हुई बारिश के चलते मध्यप्रदेश में छोटी-बड़ी सभी नदियों में क्षमता से ज्यादा पानी आ चुका है। बांधों में पानी लेवल से ऊपर होने लगा है, जिसके चलते नर्मदा से लेकर चंबल, बेतवा, ताप्ती, शिप्रा, कालसिन्ध नदी तक उफान पर है।
भारी बारिश के चलते राजधानी भोपाल समेत जबलपुर, राजगढ़, विदिशा, रायसेन, उमरिया मंडला और डिंडोरी में भी सोमवार को स्कूलों की छुट्टी कर दी गई है। मध्य प्रदेश सरकार ने भी भारी बारिश के अलर्ट को देखते हुए प्रशासन को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं। एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम भी रेस्क्यू कार्यों के लिए अलर्ट पर है।
मध्य प्रदेश सरकार ने अलर्ट रहने के निर्देश दिए
भारी बारिश के अलर्ट को देखते हुए मध्य प्रदेश सरकार ने अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं। मौसम बदलने के साथ ही मध्य प्रदेश में फिर से बारिश की झड़ी लग सकती है। चार दिनों पहले ही भारी बारिश की वजह से एमपी के कुछ शहरों में हालात बदहाल हो गए थे। भारी बारिश की वजह से कई पुलों के ऊपर पानी आ गया था, जिससे रास्तों को भी बंद करना पड़ा था। मौसम विभाग ने एक बार फिर भारी बारिश की संभावना को देखते हुए मध्य प्रदेश में जिला प्रशासन, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ की टीमें तैनात की थीं जो स्थिति पर नियंत्रण रखे हुए हैं।